लखनऊ, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी शराब बंद हो इसको लेकर प्रदेश के सभी जिलों की महिलाएं आंदोलन में हैं। मंगलवार को भी इसका क्रम जारी रहा और राजधानी समेत कई जिलों में कहीं धरना-प्रदर्शन तो कहीं शराब की दुकानों में तोड़-फोड़ कर महिलाएं अपना विरोध जताया।
महिलाओं का कहना है कि शराब कोई अच्छी चीज नहीं है। वह लोगों के घरों को बर्बाद करने का काम करती हैं। शराब के चलते आये दिन पति-पत्नी में विवाद, गृहकलेश कई अपराधिक घटनाएं होती हैं, अगर यह शराब ही नहीं होगी तो सब शान्ति बनी रहेगी। हम बिहार की तरह प्रदेश में भी शराब बंद करवाना चाहते हैं। राजधानी के बंथरा में रहने वाली महिला सुनीता का कहना है कि वह सर्वोच्च न्यायलय व प्रदेश सरकार से यह अपील करती है, शराब सिर्फ हाईवे पर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बंद किया जाए, ताकि किसी का घर बर्बाद न हो सके। उन्होंने यह चेतावनी भी दी है कि अगर प्रदेश में शराब बंद नहीं किया गया तो एक बड़ा आंदोलन किया जायेगा मंगलवार को भी इन जिलों में हुई तोड़फोड़ शराब बंदी को लेकर मंगलवार को महिलाओं कई जगह प्रदर्शन किया तो कई दुकानों में तोड़फोड़ की गईं। जिसमें सबसे पहले राजधानी का बंथरा इलाका में महिलाओं ने शराब बंदी को लेकर हंगामा किया। मुरादाबाद, अम्बेडकर नगर, कासगंज कानपुर के बजरिया, बागपत जैसे तमाम शहरों में महिलाए शराब बंदी को लेकर सड़क उतरी हैं।