सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के रामनगर गांव मे हुई हिंसा के आरोपी 22 लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है जबकि 70 आरोपियों को नामजद किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक जे के शाही ने बताया कि कल हिंसा करने वाले अब 22 बवालियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तथा 70 आरोपीयो को नामजद किया गया है।
दस मुकदमें अभी तक दर्ज हुए है। क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण मगर नियन्त्रण में है। प्रभावित इलाके मे पांच अपर पुलिस अधीक्षक, छह उपाधीक्षक और 14 थानाध्यक्षों तैनात किये गये हैं। उन्होने बताया कि कल हुई हिसा मे पुलिस की एक प्राइवेट कार और पत्रकारो की 11 मोटरसाइकिलों मे आग लगा दी गयी जबकि देवबन्द थाने की सरकारी गाडी के शीशे उपद्रवियों ने तोड डाले।
मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली के लिये जिले से पुलिस बल को वहां भेजा गया था। इस बीच उपद्रवियों को काबू में करने के लिये कुछ पुलिसकर्मी घटना के समय मौजूद थे। पुलिस अधिकारी ने बताया सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक नगर संजय सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रफीक अहमद का यहां से स्थानांतरण कर लखनऊ स्थित पुलिस निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है।
गौरतलब है कि दलितों को महासभा आयोजित करने की प्रशासनिक इजाजत नहीं मिलने के विरोध मे कल सहारनपुर के कई क्षेत्रों में उपद्रवियों ने पथराव करने के बाद 12 मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र दुबे का कहना था कि बिना अनुमति के महासभा कर रहे दलितों को पुलिस ने खदेड दिया। इसके विरोध में उन्होंने उपद्रव मचाना शुरू कर दिया। रामनगर और हलालपुर समेत जिले के कई क्षेत्रों में उपद्रवियों ने पथराव किया।
भीम आर्मी एकता मिशन के बैनर तले उपद्रवियों ने एक पत्रकार पर लाठियो से हमला किया और उनकी मोटरसाइकिल में आग लगा दी। उपद्रवियों ने थाना चिलकाना के हलालपुर मे भी सडक पर कूडा डालकर जाम लगा दिया और लोगो के साथ भी मारपीट की। बेहट रोड पर साई मन्दिर के पास एक बस मे आग लगा दी गयी। रामनगर पुलिस चौकी में भी उपद्रवियों ने आग लगा दिया।