डैंड्रफ यानी रूसी, खुश्की और बालों में रूखेपन की वजह से होती है। रूसी के उपचार में आयुर्वेद का इलाज बहुत अच्छा रहता है। एंटी-डेंड्रफ हर्बल शैंपू का इस्तेमाल डैंड्रफ को कम करने में उपयोगी होता है। खाने-पीने का खासा ध्यान रखना जरूरी होता है। ऐसे में खूब पानी पीना चाहिए। बालों की देखभाल न करने से कई तरह की समस्याएं खड़ी हो जाती है। इनमें से एक है डैंड्रफ यानी रूसी, जो खुश्की और बालों में रूखेपन की वजह से होती है लेकिन बालों की थोड़ी सी देखभाल से आप न सिर्फ बालों की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं साथ ही डेंड्रफ से भी छुटकारा पा सकते हैं। रूसी में आयुर्वेद से इलाज बहुत अच्छा रहता है।
आइए जानें आयुर्वेद के अनुसार रूसी दूर करने के लिए क्या करना चाहिए और रूसी इलाज के लिए आयुर्वेद में कौन-कौन से तरीके अपनाएं जाते हैं। बालों की समस्याएं सिर्फ महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरूषों में भी देखने को भी मिलती है। डैंड्रफ के ज्यादा बढ़ जाने पर चेहरे, माथे, गर्दन और पीठ आदि पर एक्ने की समस्या भी हो सकती है। शुरूआत में यह स्कॉल्प की ऊपरी परत पर होती है, लेकिन धीरे-धीरे यह इसकी भीतरी तहों तक पहुंच जाती है। दरअसल, डैंड्रफ हमारे सिर की त्वचा में स्थित मृत कोशिकाओं से पैदा होती है। डैंड्रफ से सिर में खुजली रहती है और बाल गिरने लगते हैं।
बालों की ठीक तरह से सफाई न करना, बालों को सही पोषण न मिलना या फिर बालों में तेल न लगाने से डेंड्रफ हो सकती है। अधिक तनाव या पसीने के कारण भी ये समस्या पनप सकती है। डैंड्रफ का कोई पुख्ता कारण मौजूद नहीं है, लेकिन सीबम उत्पन्न करने वाली ग्रंथियों के ज्यादा सक्रिय होने की वजह से डेंड्रफ होता है। कम पानी पीने या फिर भोजन में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी डेंड्रफ हो सकता है।युवावस्था में अधिक मात्रा में हॉर्मोंन्स रिलीज होने से भी डैंड्रफ हो सकती है। डैंड्रफ की समस्या होने पर स्कॉल्प की सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। इसीलिए सप्ताह में दो-तीन बार अच्छा हर्बल शैंपू करना चाहिए और बालों को अच्छी तरह से कण्डीशनिंग करनी चाहिए।
रोज रात को बालों की जड़ों में सरसों के तेल से मालिश कीजिए। सुबह शिकाकाई पानी में उबाल कर उस पानी से बाल धो लें। एंटी-डेंड्रफ हर्बल शैंपू का इस्तेमाल डैंड्रफ को कम करने में उपयोगी होता है या फिर विटामिन ई ऑयल से स्कॉप्ल की मालिश की जा सकती है।ग्लीसरीन और गुलाब जल को रोज बालों की जड़ों में लगाने से ये समस्या दूर हो सकती है। डैंड्रफ से बचने के लिए जैतून के तेल में अदरक के रस की कुछ बूंदे मिलाकर इसे बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर शैंपू से धो दें।
बालों में तेल लगाने के बाद स्टीम्ड तौलिए का प्रयोग करना भी अच्छा रहता है या फिर गर्म तेल से स्कॉल्प की मसाज करने से सिर की त्वचा को पोषण मिलता है। बालों को बार-बार कंघी मत कीजिए, नहीं तो स्कॉल्प से ज्यादा ऑयल निकलने से डेंड्रफ की समस्या भी बढ़ जाती है।खाने-पीने का खासा ध्यान रखना जरूरी होता है। ऐसे में खूब पानी पीना चाहिए। अंडे का पीला भाग और खट्टे दही को मिक्स कर बालों में कम से कम आधे घंटे तक लगाने से डैंड्रफ को दूर किया जा सकता है।
नीबू का रस और काली मिर्च पाउडर मिलाकर बालों की जड़ों में लगाना भी अच्छा रहता है। अधिक स्ट्रांग तेल बालों का झड़ना बढ़ा सकता है। ऐसे में जड़ीबूटी युक्त नीम और काले तिल का तेल मिलाकर अधिक डैंड्रफ होने पर सप्ताह में कम से कम तीन बार लगाएं। आयुर्वेदिक शैंपू डैंड्रफ दूर करने के लिए अच्छा विकल्प है। नारियल के तेल में कपूर मिलाकर लगाने से डैंड्रफ दूर होता है। इसके अलावा खान-पान बालों की सेहत के लिए मायने रखता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, ककड़ी, उबली हुई सब्जियां, फलियां, गाजर आदि को भोजन में शामिल करें। कोलेस्ट्रॉल बालों की ग्रोथ में भी बाधक है। इसीलिए इसकी मात्रा कम ही होनी चाहिए।