भोपाल, मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की लग्जरी गाड़ी पर बकाया करीब 12 लाख रुपए के रोड टैक्स को माफ कर दिया है. शिवराज कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. चार मार्च 2015 को शंकराचार्य ने एक करोड़ तीस लाख 62 हजार रुपए की लक्जरी बस खरीदी थी. नरसिंहपुर के जिला परिवहन अधिकारी ने बस पर नौ लाख 14 हजार 375 रुपए का वाहन टैक्स और एक लाख 82 हजार 875 रुपए की पैनाल्टी लगाई है. 15 महीने से टैक्स और पैनाल्टी की राशि अदा न करने के कारण 99 हजार 60 रुपए का ब्याज हो गया है. इस तरह शंकराचार्य पर बिना टैक्स चुकाए इस वाहन पर 11 लाख 96 हजार 310 रुपए की देनदारी बाकी है.
सूत्रों ने बताया कि परिवहन विभाग इस बस के लिए शंकाराचार्य से साढ़े आठ लाख रुपए टैक्स मांग रहा है, लेकिन शंकराचार्य इसे देने से मना कर रहे हैं।शंकराचार्य ने नरसिंहपुर आरटीओ को टैक्स माफ करने के लिए आवेदन दिया था. पहले भी शंकराचार्य की गाड़ी को शासन ने कर से मुक्त किया था. टैक्स माफी का प्रपोजल भोपाल स्थित विभागीय कार्यालय में भेजा गया. जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट ने मुहर लगा दी.
शंकराचार्य ने डीसी कंपनी से तीन बसें असेंबल करवाई है। एक बस की कीमत डेढ़ करोड़ रुपए है। बस में शंकराचार्य की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। बस के पिछले हिस्से में एक ऑटोमेटिक लिफ्ट लगाई गई है। शंकराचार्य चल नहीं सकते, इसलिए यह सुविधा दी गई है। यह लिफ्ट जमीन से टिकी रहेगी और शंकराचार्य की व्हीलचेयर यहां आकर लग जाएगी। लिफ्ट अपने आप उन्हें बस में ले जाएगी। इसके अलावा बस में शंकाराचार्य के लिए बिस्तर, टीवी और वॉश रूम की भी व्यवस्था की गई है। बस के आगे और पीछे की तरफ हाई क्वालिटी कैमरे लगाए गए हैं। इस कैमरे से शंकराचार्य 500 मीटर आगे और पीछे क्या चल रहा है, यह देख सकते हैं।