प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान से इन दिनों आम आदमी ही नहीं, विख्यात हस्तियां भी जुड़ रही हैं। सिनेमा भी इस अभियान में अपना दायित्व निभा रहा है। ऐसे कई फिल्ममेकर्स हैं, जो इस मिशन को किसी न किसी रूप में अपनी फिल्म का हिस्सा बना रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं निर्माता विनोद गुर्जर, जिनकी फिल्म ‘क्या आशिकी है हमको बताओ’ में भी इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए उसमें एंटरटेन्मेंट जोड़ा गया है। फिल्म के जरिए विनोद गुर्जर यह संदेश देना चाहते हैं कि हर गांव और हर घर में टॉयलट जरूर हो और उन्होंने इस कहानी को प्रेमकथा से जोड़ा है।
फिल्म का हीरो तब तक शादी नहीं करना चाहता, जब तक उसके घर में टॉयलट न बन जाए। उसकी यह जिद प्रशासन को हिलाकर रख देती है। हालात ऐसे बनते हैं कि वह लड़का गांव छोड़कर चला जाता है और एक दिन वह अपने प्रयासों से गांव तक पानी पहुंचाता है। फिल्म के जरिए यह संदेश देने का भी प्रयास किया गया है कि लोगों को स्वच्छ पानी पीना चाहिए। कुल मिलाकर टॉयलट और पानी ही फिल्म का अहम बिंदू है जिसे खूबसूरत कहानी से जोड़ा गया है। फिल्म की खास बात यह है कि इसमें देश के सभी राज्यों के कलाकारों ने एक मिशन का रूप लेते हुए अपनी भागीदारी निभाई है।
फिल्म के करीब 50 कलाकार अपने-अपने राज्यों में जाकर फिल्म का प्रमोशन इस अंदाज में करेंगे ताकि देश का हर नागरिक स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूक होकर अपने घर और गलियों को साफ-सुथरा करने के इस अभियान में जुट जाए। निर्माता का कहना है कि सफाई के प्रति हमारी सजगता से ही सुंदर भारत का निर्माण हो सकेगा। बता दें कि जिस गांव में इस फिल्म की शूटिंग की गई है, वहां भी निर्माता ने टॉयलेट बनवा दिए हैं। इस फिल्म के लेखक हैं जलज शर्मा। अतुल मिश्रा के लिखे गीतों को संगीत दिया है राजेश शर्मा ने। फिल्म विशाल सम्राट खलनायकी तेवर दिखाते नजर आएंगे। मैथिली शिंदे और तमन्ना पाठक की भी अहम भूमिका है।