नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा है कि देश की मौजूदा स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में। कुलस्ते ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की इन्ही चुनौतियों कम करना है। अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान संस्थान के आठवें दीक्षांत समारोह में दिए गए अपने संबोधन में कुलस्ते ने ये बातें कहीं। इस समारोह में 80 विद्यार्थियों को अस्पताल और स्वास्थ्य प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा से सम्मानित किया गया।
जयपुर के आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष एस. एस. डी गुप्ता और आईआईएचएमआर सोसाइटी के ट्रस्टी सेक्रेटरी ने समारोह का उद्घाटन किया। इसमें 100 से अधिक विद्यार्थियों, अभिभावकों और संकाय सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कुलस्ते ने कहा, देश में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में। हमें इन चुनौतियों को कम करने की जरूरत है। इसके लिए संसाधनों के बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है, विशेष रूप से मानव संसाधन की।
इसके साथ ही, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और दवाइयों, टीकों और गर्भ निरोधकों के वितरण को सु²ढ़ और सुव्यवस्थित बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, इस प्रकार की सुविधाओं के लिए हमें देश में योग्य अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी करना होगा। मुझे खुशी है कि इस प्रयास में आईआईएचएमआर जैसे संस्थान योगदान दे रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री कुलस्ते ने कहा, सरकार की 2017-राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति सभी लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रचार पर जोर देती है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तय समय में देश भर के 150,000 उप-केंद्रों को स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में नवीनीकृत करने का निर्णय लिया है।