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विश्व चैम्पियन मैरीकोम के कोच व पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन छोटे लाल यादव ने हासिल की एक और उपलब्धि

नयी दिल्ली, विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकोम के प्रशिक्षक और पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन छोटे लाल यादव ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छोटे लाल यादव अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद टू-स्टार कोच बन गये है।

मैरीकोम के सहायक कोच छोटे लाल यादव तीन बार राष्ट्रीय चैम्पियन रहे है और एशियाई चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे। उन्होंने जुलाई में जोर्डन के अम्मान में हुई परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उत्तर प्रदेश का यह पूर्व मुक्केबाज पांच बार की विश्व चैम्पियन और ओलंपिक कांस्य पदकधारी एमसी मैरीकोम का निजी प्रशिक्षक है। मैरीकोम ने इस साल विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किये।

एआईबीए के कार्यकारी निदेशन टाम विरगेट्स ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ छोटे लाल यादव ने पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और परीक्षा उत्तीर्ण की है।’’ भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर तैनात 31 साल के यादव ने पटियाला स्थित भारतीय खेल संस्था से कोचिंग में डिप्लोमा किया है। वह 2014-15 बैच के टॉपर रहे है। इस पूर्व मुक्केबाज ने दक्षिण एशियाई खेलों और जूनियर एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया था।

एआईबीए टू-स्टार पाठ्यक्रम सात दिनों का कार्यक्रम होता है जो वन-स्टार प्राप्त कोचों के लिए होता है। परीक्षा के आधार पर कोच का उन्नयन होता है जिससे वे एआईबीए से मान्यता प्राप्त कार्यक्रमों में दूसरे स्तर के कोच होते है।

छोटे लाल यादव का कहना है कि मेरी जिंदगी हमेशा मुक्केबाजी के आस-पास घूमती है। मैंने अपना काम अत्यंत ईमानदारी से करने की कोशिश की है और मैं ऐसे परिणामों के लिए भगवान का शुक्रगुजार हूं। मैरीकोम ने मुझ पर भरोसा किया और 2014 में उन्होंने मुझे प्रशिक्षक की जिम्मेदारी दी। मैं खुश हूं की यह शानदार साझेदारी रही है।

मूलत: बलिया जिले के जेवनिया गांव और वर्तमान में कंदवा पोखरा (निकट पहाड़ी गेट, डीएलडब्ल्यू) के निवासी  छोटेलाल यादव के पिता राधेश्याम डीरेका में कर्मचारी हैं। रियो ओलंपिक में वह महिला मुक्केबाजी टीम के सह कोच थे। छोटेलाल यादव के नाम कई अंतरराष्ट्रीय पदक हैं। इसमें प्रमुख रूप से वर्ष 2004 में वियतनाम में हुए जूनियर एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, गोवा में वर्ष 2006 में इसी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, वर्ष 2007 में सीनियर ग्रा.प्री. में रजत पदक, वर्ष 2009 में वर्ल्ड मिलिट्री चैंपियनशिप में रजत और वर्ष 2009 में ट्रेनिंग कम चैंपियनशिप में रजत पदक शामिल है।