गोरखपुर , उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में जन सामान्य की समस्याओं एवं शिकायतों के निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की नयी व्यवस्था का तोहफा नये वर्ष से मिलने जा रहा है जो आगामी जनवरी माह से शुरू हो जायेगी। गोरखपुर के जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने आज यहां बताया कि शासन स्तर से इसका परीक्षण भी शुरू किया जा चुका है और पूर्व से संचालित आईजीआरएस को इससे जोड़ दिया जायेगा।
उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को इसकी तैयारी करने का निर्देश दिया है। यह हेल्पलाइन जनवरी 2018 से शुरू हो जायेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या या शिकायत टोल फ्री नम्बर 1076 पर फोन करके शिकायत दर्ज करायेगा। काल सेन्टर के आपरेटर द्वारा इस शिकायतकर्ता के नम्बर एवं समस्या को सीधे सम्बंधित अधिकारी को निस्तारण के लिए एसएमएस भेजा जायेगा। सम्बंधित अधिकारी को 15 दिन के अन्दर इसे निस्तारण करना होगा।
रौतेला ने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायत या समस्या को जिले के 37 विभाग के मण्डलए जिला एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारी को निस्तारण के लिए भेजा जायेगा। वर्तमान में आईजीआरएस पोर्टल पर सीधे जिलाधिकारी पोर्टल पर शिकायतें आती है जिसे वे चन्द जिला स्तरीय अधिकारियों को निस्तारण के लिए उसके पोर्टल पर आनलाइन भेजते है। वे सम्बन्धित विभाग या अधिकारी को भेजते है जिसमें समय अधिक लग जाता है और शिकायत निस्तारण के लिए कम समय मिलता है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की शिकायत लेवल एक के अधिकारी को सीधे भेजी जायेगी। लेवल वन में बीडीओए तहसीलदार सहायक विकास अधिकारीए एबीएसए एवं सीडीपीओ हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसीध्पीएचसी थानाध्यक्ष अधिसाशी अधिकारी नगर पंचायतध्नगर पालिका को रखा गया है। इन्हें 15 दिन में इसका निस्तारण करना होगा।
उन्होंने बताया कि यदि लेवल वन पर समस्याध्शिकायत का निस्तारण नहीं हो पाता है तो उसे विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी को निस्तारण के लिए भेजेंगे। उन्हें एक सप्ताह में इसका निस्तारण कराना होगा। उन्होंने बताया कि यदि वे भी इसका निस्तारण नहीं कर पाते हैं तो विभाग के मण्डलीय अधिकारी को निस्तारण के लिए भेजा जायेगा जिन्हें तीन दिन में इसका निस्तारण करना होगा।