नयी दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज प्रवासी भारतीय सांसदों से कहा कि वे अपने देश की प्राथमिकताओं को भारत के विकास के साथ जोड़ें और इस बात पर ध्यान दें कि दोनों एक साथ कैसे आगे बढ़ सकते हैं । प्रवासी भारतीय सांसदों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में निवेश, कारोबार और विकास की असीम संभावनाएं हैं ।
आपके लिये यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने देश की प्राथमिकताओं को भारत के विकास से जोड़ें ।’’ उन्होंने कहा कि आप इस बात पर भी ध्यान दें कि दोनों का एक कैसे बढ़ सकते हैं । राष्ट्रपति ने कहा कि प्रवासी सांसद ‘जीवंत सेतु’ हैं जो अपने देशों और अपने मातापिता एवं पूर्वजों के देशों के बीच समझ को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
उन्होंने कहा कि भारत एक गौरवशाली लोकतंत्र है जो बहुलतावाद और विविधता के तानेबाने से बंधा हुआ है । यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है और प्रवासी भारतीय ऐसे उदारवादी और मूल्यों पर आधारित आचरण को आगे बढ़ाने का काम करते हैं ।
कोविंद ने कहा कि इसी के आधार पर प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को उन देशों में योगदान करने का अवसर मिला जिस देश के वे नागरिक हैं । उन्होंने कहा कि अगर मुझे विभिन्न देशों में प्रवासी भारतीय समुदाय की उपलब्धियों का उल्लेख करना हो तब यह विभिन्न देशों में उनके कार्यो से भरे हुए हैं। हमें प्रवासी भारतीयों के कार्यो एवं योगदान पर गर्व है ।