अब टीवी पर देखिये रामकृष्ण यादव से, योग गुरु बाबा रामदेव बनने की संघर्ष भरी कहानी
February 7, 2018
नई दिल्ली, अब योग गुरु बाबा रामदेव की जिंदगी पर, टीवी सीरियल ‘स्वामी रामदेव : एक संघर्ष’ जीत डिस्कवरी चैनल पर शुरू होने जा रहा है. अजय देवगन फिल्म्स और वाटरगेट प्रोडक्शन द्वारा निर्मित ‘स्वामी रामदेव : एक संघर्ष’ में बाबा रामदेव के जीवन के सफर को दिखाया गया है कि उन्होंने कैसे गुमनामी से जाने माने योग गुरु, उद्योगपति और राष्ट्र के आदर्श बनने तक का सफर तय किया.
अपने जीवन पर आधारित टीवी सीरियल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान योग गुरु बाबा रामदेव ने खुद से जुड़े कई पहलुओं को उजागर किया . स्वामी रामदेव ने कहा, ‘जीते जी अपनी कहाानियों को दिखाना एक और संघर्ष को बुलावा देना है लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं एक ठेठ देसी और शुद्ध संन्यासी हूं. मैंने हमेशा धारा के विरुद्ध अपनी जीवन यात्रा को आगे बढ़ाया है। सामाजिक दृष्टि से मुझे बहुत देर बाद अंदाजा हुआ कि मैं एक पिछड़े परिवार से आता हूं.’
स्वामी रामदेव ने कहा कि उनका बचपन संघर्षों और मुश्किलों में बीता है. रामदेव ने कहा कि वह अनपढ़ माता-पिता के बेटे हैं और पैदल चलकर सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते थे. गांव में उनके ही रिश्ते के लोग उनकी मां के साथ क्रूरता करते थे. थोड़ा बड़े होने पर स्वामी रामदेव ने खुद आवाज उठानी शुरू की और हरिद्वार आ गए
उन्होंने आगे बताया, ‘हरिद्वार पहुंचने पर मेरा साथ षडयंत्र हुआ कि एक बार 50 से ज्यादा लोगों ने मुझे घेर लिया था। मेरी मौत का पूरा इंतजाम था लेकिन मैं बच गया।’ इसके बाद एक और घटना का जिक्र करते हुए रामदेव ने बताया कि एक बार गलती से ऐल्युमिनियम पात्र में उबला दूध पी लिया था। इस वजह से उनके शरीर में आर्सेनिक का जहर फैल गया। सैकड़ों उल्टियां हुईं। बाबा ने कहा, “मैंने 7 बार मौत को करीब से देखा है. इसके बाद मुझे ये ज्ञात हो गया कि मरना तो एक दिन है लेकिन मैंने तय किया कि भारत माता का कर्ज़ चुका कर जाना है.”v
अपने जीवन के बारे में बात करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा, ‘मैंने हर विरोध और तिरस्कार को अपनी ताकत बनाया. ये सब कहानियां उन्हें टीवी सीरियल के माध्यम से देखने को मिलेंगी। उन्होंने आगे कहा, “आज जब मेरी बात होती है तो मेरी सफलता की बात होती है. लेकिन मेरा जीवन संघर्ष और चुनौतियों से भरा रहा है. डिस्कवरी के लोग जब पहली बार मेरे पास आये थे तो मैंने मना कर दिया था. मुझे हमेशा लोगो का साथ मिला है.”
बाबा ने कहा, “मैं भाग्यवादी नही हूं पुरुषार्थवादी हूं. मैं अभी रुका नही हूं. मैंने 50 सालों का एक मास्टरप्लान बनाया हुआ है जिसमें 1 करोड़ से ज़्यादा बच्चों को शिक्षा देने का लक्ष्य है.” राजनीति में आने के सवाल पर रामदेव ने कहा, ‘राजनीति मेरे लिए राष्ट्रधर्म है लेकिन मैं कभी भी कोई राजनीतिक ओहदा नहीं लूंगा, यह मेरी भीष्म प्रतिज्ञा है। मेरा देश सुरक्षित रहे, यह मैं अवश्य चाहूंगा। कुछ हासिल करने का मेरा कोई मकसद नहीं है।’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बाबा रामदेव ने बताया कि टीवी सीरियल ‘स्वामी रामदेव : एक संघर्ष’ में बाबा रामदेव के बचपन की भूमिका राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त बाल कलाकार नमन जैन निभा रहे हैं. वहीं रामदेव को गांव छोड़ने पर मजबूर करने वाले दबंग की भूमिका तेज सप्रू ने निभा रहें है. सीरियल के प्रमोशन कार्यक्रम के दौरान दोनों कलाकार बाबा रामदेव के साथ मौजूद रहे .