नई दिल्ली, 2019 लोकसभा चुनाव के लिये, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी रणनीति मे बड़ा परिवर्तन किया है। इस बात का खुलासा अखिलेश यादव ने एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में किया।
अखिलेश यादव ने आज एक बड़ा खुलासा करते हुये कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होने अपनी रणनीति मे परिवर्तन हुआ है। उन्होने बताया कि 2014 के लोकसभा और 2017 के विधान सभा चुनाव हमने विकास को मुख्य मुद्दा बनाकर लड़ा था। समाजवादी नेता ने बताया कि इसीलिये उस समय हमारा नारा था- काम बोलता है। लेकिन हम चुनाव हार गये।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगे बताया कि विधान सभा चुनाव मे हार के बाद जब हमने कारणों की समीक्षा की तो हमें बताया गया कि हमने सोशल इंजीनियरिंग नहीं की इसलिये हम चुनाव हार गये। अब सरकार में तो हम हैं नहीं। इस वजह से काम तो हम कर नहीं सकते इसलिए हमने अपनी रणनीति बदलते हुये इस बार सोशल इंजीनियरिंग को अपनाया है। उन्होने विश्वास के साथ कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह सोशल इंजीनियरिंग बड़ा परिवर्तन लाएगी।
अखिलेश यादव ने बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग पर बड़ा हमला करते हुये कहा कि मुझे वह दिन याद है जब बीजेपी की ओर से मौर्य, कुशवाहा सभी जातियों को विधान सभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद देने की बात जोर शोर से कही गई थी। सभी जातियों से मुख्यमंत्री बनाने के वादे किए थे, लेकिन उन्होंने किसे मुख्यमंत्री बनाया यह गौर करने वाली बात है। अखिलेश यादव ने बिना किसी लाग-लपेट के कहा कि राजनीति में अपना रास्ता बदला जाता है इसलिए मैंने भी अपना रास्ता बदला है। इसीलिए मैंने मायावती जी से गठबंधन किया है।