कोरेगांव भीमा में हुयी हिंसा से संबंधित मामले वापस लेने की फिराक मे बीजेपी सरकार
March 14, 2018
मुंबई, एक जनवरी को पुणे में भीमा कोरेगांव में हुयी हिंसा से संबंधित मामले वापस लेने की योजना बना रही है। यह बात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने आज विधानसभा में कही। भीमा कोरेगांव में हुयी हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी।
हालांकि सरकार ने इस मामले में एक समिति का गठन किया है जो हिंसा से जुड़े मामलों की रिपोर्ट सरकार को देगी। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के दौरान जिसे नुकसान हुआ, उसकी भरपायी सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि समिति तीन माह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी।
उन्होंने कहा कि भीमा कोरेगांव से लगभग पांच किलोमीटर दूर वधु-बुदरूक में बने छत्रपति संभाजी महाराज की समाधि का प्रबंधन रखरखाव का काम सरकार करेगी। कोरेगांव हिंसा के मामले में पुणे की पुलिस ने 58 मामले दर्ज किये हैं और 162 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
इस हिंसा में एक व्यक्ति की जान चली गयी थी और कुछ पुलिस कर्मचारी समेत 60 लाेग घायल हुए थे। फडनवीस ने नुकसान के संबंध में बताया कि लगभग 13 करोड रुपये का नुकसान हो सकता है और भीमा-कोरेगांव में हुए दंगा में 9़ 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
दलित समुदाय के लोगों को लगभग एक करोड़ और मुसलमान समुदाय के लोगों का 85 लाख रुपये का नुकसान हुआ था जिसकी भरपायी सरकार करेगी।