कैराना लोकसभा उपचुनाव- तबस्सुम बेगम संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार, बीजेपी के लिये खतरा बढ़ा
May 7, 2018
लखनऊ, गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में विपक्ष को मिली जीत से उत्साहित राष्ट्रीय लोकदल ने आज घोषणा की कि वह 28 मई को होने वाले कैराना लोकसभा चुनाव में संयुक्त विपक्ष के पूर्ण समर्थन से मैदान में उतरेगी । राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर सपा की मदद से कैराना लोकसभा उपचुनाव लड़ने जा रहीं तबस्सुम बेगम आज रालोद में शामिल हो गयीं। इससे बीजेपी के लिये खतरा बढ़ गया है।
रालोद के प्रान्तीय अध्यक्ष मसूद अहमद ने बताया कि उनकी पार्टी ने कैराना उपचुनाव के लिये तबस्सुम बेगम को टिकट देने का फैसला किया है। इसके लिये तबस्सुम औपचारिक रूप से सपा से रालोद में शामिल हो गयी हैं। उन्होंने बसपा समेत सभी समान विचारधारा वाले दलों का सहयोग मिलने की पूरी उम्मीद जाहिर करते हुए आशा जतायी कि तबस्सुम विपक्ष की साझा उम्मीदवार बनकर उभरेंगी।
मालूम हो कि सपा भी तबस्सुम को ही कैराना लोकसभा उपचुनाव लड़ाना चाहती थी। गत शुक्रवार को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद उपाध्यक्ष जयन्त चौधरी के बीच हुई लम्बी मुलाकात में इस पर सहमति बनी थी कि तबस्सुम सपा के बजाय रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी और सपा उनका समर्थन करेगी।
इसके अलावा नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में सपा अपना प्रत्याशी उतारेगी और रालोद उसे समर्थन देगी। इन दोनों ही सीटों पर उपचुनाव 28 मई को होगा।कैराना लोकसभा सीट पर करीब 17 लाख मतदाता है जिसमें तीन लाख मुस्लिम, चार लाख पिछड़ी जाति:जाट, गुर्जर, सैनी, कश्यप, प्रजापति और अन्य : तथा करीब डेढ. लाख दलित मतदाता शामिल है ।
कैराना लोकसभा सीट भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद तथा नूरपुर विधानसभा सीट लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी । 2014 के लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर हुकुम सिंह को पांच लाख 65 हजार वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वन्दी सपा के नाहिद हसन को तीन लाख तीस हजार वोट मिले थे । वही नूरपुर विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लोकेंद्र सिंह को 79 हजार वोट प्राप्त हुये थे जबकि सपा के नईमुल हसन को 66 हजार 436 वोट मिले थे ।
रालोद प्रत्याशी के तौर पर तबस्सुम बेगम के कैराना से उतरने पर कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि गोरखपुर और फूलपुर का इतिहास एक बार फिर कैराना में दोहराया जायेगा । उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि हमारी पार्टी सभी संभावनाओं पर विचार करेगी और हमारी कोशिश रहेगी कि विपक्ष का वोट बिखरने न पाये। कैराना और नूरपूर इन दोनों सीटो पर 28 मई को उप चुनाव होना है और 31 मई को मतगणना होगी । नामांकन प्रक्रिया आरंभ हो गयी है ।
लखनऊ, गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में विपक्ष को मिली जीत से उत्साहित राष्ट्रीय लोकदल ने आज घोषणा की कि वह 28 मई को होने वाले कैराना लोकसभा चुनाव में संयुक्त विपक्ष के पूर्ण समर्थन से मैदान में उतरेगी । राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर सपा की मदद से कैराना लोकसभा उपचुनाव लड़ने जा रहीं तबस्सुम बेगम आज रालोद में शामिल हो गयीं। इससे बीजेपी के लिये खतरा बढ़ गया है।
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रालोद के प्रान्तीय अध्यक्ष मसूद अहमद ने बताया कि उनकी पार्टी ने कैराना उपचुनाव के लिये तबस्सुम बेगम को टिकट देने का फैसला किया है। इसके लिये तबस्सुम औपचारिक रूप से सपा से रालोद में शामिल हो गयी हैं। उन्होंने बसपा समेत सभी समान विचारधारा वाले दलों का सहयोग मिलने की पूरी उम्मीद जाहिर करते हुए आशा जतायी कि तबस्सुम विपक्ष की साझा उम्मीदवार बनकर उभरेंगी।
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मालूम हो कि सपा भी तबस्सुम को ही कैराना लोकसभा उपचुनाव लड़ाना चाहती थी। गत शुक्रवार को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद उपाध्यक्ष जयन्त चौधरी के बीच हुई लम्बी मुलाकात में इस पर सहमति बनी थी कि तबस्सुम सपा के बजाय रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी और सपा उनका समर्थन करेगी।
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इसके अलावा नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में सपा अपना प्रत्याशी उतारेगी और रालोद उसे समर्थन देगी। इन दोनों ही सीटों पर उपचुनाव 28 मई को होगा।कैराना लोकसभा सीट पर करीब 17 लाख मतदाता है जिसमें तीन लाख मुस्लिम, चार लाख पिछड़ी जाति:जाट, गुर्जर, सैनी, कश्यप, प्रजापति और अन्य : तथा करीब डेढ. लाख दलित मतदाता शामिल है ।
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कैराना लोकसभा सीट भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद तथा नूरपुर विधानसभा सीट लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी । 2014 के लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर हुकुम सिंह को पांच लाख 65 हजार वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वन्दी सपा के नाहिद हसन को तीन लाख तीस हजार वोट मिले थे । वही नूरपुर विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लोकेंद्र सिंह को 79 हजार वोट प्राप्त हुये थे जबकि सपा के नईमुल हसन को 66 हजार 436 वोट मिले थे ।
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