अखिलेश यादव ने आज कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एसपी और बहुजन समाज पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे पर फिलहाल कोई बात नहीं हुई है और इस बारे में ‘उचित समय‘ पर विचार-विमर्श किया जाएगा। अखिलेश का यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कहा जा रहा है कि बीएसपी प्रदेश की 80 लोकसभा में से 40 सीटें अपने लिए मांग रही है।अखिलेश यादव ने कहा कि सीटों के बंटवारे के बारे में जो भी खबरें हैं, वे सिर्फ अखबारों में ही हैं, जमीन पर नहीं।उन्होंने कहा ‘सीटों के बंटवारे पर हमने अभी तक कोई बात नहीं की है. मगर हम समाजवादियों का दिल बहुत बड़ा है।
उत्तर प्रदेश में पिछले दो उपचुनावों में एसपी को बीएसपी ने समर्थन किया था जिसके चलते फूलपुर,गोरखपुर और कैराना लोकसभा सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी।हालांकि कैराना लोकसभा सीट पर एसपी-आरएलडी गठबंधन के उम्मीदवार को कांग्रेस,आम आदमी पार्टी,भीम आर्मी आदि पार्टियों ने भी समर्थन दिया था। इसके अलावा राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में भी दोनों दल करीब आए थे. कर्नाटक में मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में अखिलेश और बीएसपी प्रमुख मायावती पहली बार एक मंच पर नजर आए थे.
अखिलेश ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट होकर पूरी मजबूती से बीजेपी का मुकाबला करेगा. बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति परास्त होगी, जैसे कि हाल के कैराना लोकसभा उपचुनाव में हुई. बीजेपी ने जो आग कैराना में लगाई, उसे वहां के मतदाताओं ने उसके खिलाफ वोट डालकर बुझा दिया. अगले लोकसभा चुनाव को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि चुनाव समय से पहले होंगे. आम चुनाव कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ हो सकते हैं.