बेटी को पढ़ने के लिए अनशन करना पड़े, तो ये सभ्य समाज के लिए शर्मनाक- अखिलेश यादव
July 5, 2018
लखनऊ, बीजेपी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे पर तंज कसते हुये समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि किसी बेटी को पढ़ने के लिए अनशन करना पड़े यह तो सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार बेटी बचाओं और बेटी पढ़ाओं के नाम पर भ्रम फैला रही है जबकि भाजपा शासन में बेटियों-महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। विश्वविद्यालय और शासन प्रशासन भाजपा आरएसएस के इशारे पर समाजवादी छात्रसभा को बदनाम करने की कुचेष्टा कर रही है। यह युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधेरे में ढ़केलने का दुष्प्रयास है। शिक्षा संस्थान में ऐसा आचरण पूरी तरह अवांछनीय है।
अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रा पूजा शुक्ला के साथ अन्याय हुआ, उसे प्रवेश देने से मनमाने तरीके से रोक दिया गया, इसके विरोध में वह शांतिपूर्ण धरना पर बैठी तो उसका उत्पीड़न किया गया। किसी बेटी को पढ़ने के लिए अनशन करना पड़े यह तो सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, ए.एम.यू.,बी.एच.यू. और लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। कैम्पस में शैक्षणिक गतिविधियों की जगह भाजपा-आर.एस.एस. द्वारा प्रशासन का दुरूपयोग किया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा प्रदेश में विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा बना रही है। फीस वृद्धि, एडमीशन और छात्रहित के मुद्दो पर आंदोलन करने पर नौजवानों को जेल भेजना और उन्हें शिक्षा से वंचित करने का दुष्चक्र चल रहा है। सरकार का छात्रों के प्रति यह बर्ताव अलोकतांत्रिक है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है। समाजवादी पार्टी और समाजवादी सरकार को बदनाम करने के लिये भाजपा-आर.एस.एस लगातार अफवाह फैलाती रहती है। भाजपा के पंद्रह महीने के कार्यकाल की कुल उपलब्धि समाजवादी सरकार के विकास कार्यों को बर्बाद करना और दुष्प्रचार करना है।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के भाजपा शासन में असहमति की आवाज को दबाया जा रहा है। आर.एस.एस. और विद्यार्थी परिषद युवा पीढ़ी को गुमराह करने में लगे हैं। भाजपा जनता को मूल मुद्दों से भटकाती है लेकिन जनता सच्चाई को जानती है। भाजपा-आर.एस.एस. का पूरा एजेण्डा ही लोकतंत्री ताकतों को कमजोर करना और विपक्ष की छवि धूमिल करने के लिए अफवाहबाजी और झूठ का प्रचार करना है। समाजवादी पार्टी हिंसा और अराजकता की विरोधी है। वह लोकतंत्र, समाजवाद और सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध है।