नई दिल्ली, केंद्र सरकार द्वारा इंटरनेट के जरिए दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दिए जाने के खिलाफ ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआईओसीडी) ने 28 सितम्बर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
अपने अधिकारों और कारोबार की सुरक्षा को लेकर व्यापारी आज शुक्रवार,28 सितंबर को भारत व्यापार बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान पूरे प्रदेश के सभी मेडिकल स्टोर भी बंद रहेंगे।
ई-कॉमर्स, फूड सेफ्टी एक्ट, ऑनलाइन शॉपिंग, वायदा कारोबार से नुकसान को लेकर कन्फैडरेशन ऑल इंडिया ट्रेडर्स,कैट द्वारा शुक्रवार को भारत व्यापार बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान पूरे प्रदेश के सभी मेडिकल स्टोर भी बंद रहेंगे। इसके विरोध स्वरूप किसी भी प्रकार का कोई कारोबार नही करेंगें। भारत व्यापार बंद का आह्वान वालमार्ट, फ्लिपकार्ट डील और रिटेल में विदेशी निवेश के खिलाफ कान्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ,कैट ने किया है।
व्यापारियों का दावा है कि वॉलमार्ट और अमेज़ॅन जैसे बहुराष्ट्रीय दिग्गजों को पिछले दरवाजे से प्रवेश देकर सरकार छोटे व्यापारियों का प्रतिनिधित्व खत्म करना चाहती है। फेडरेशन का कहना है कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई आने से व्यापारियों और दुकानदारों की आजीविका खतरे में पड़ गई है। मौजूदा नियम वॉलमार्ट को भारत में काम करने की इजाजत नहीं देते हैं, लेकिन फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदने के बाद यह पिछले दरवाजे से बाजार में उतरने की तैयारी कर रहा है।
ई फार्मेसी के विरोध में दवा विक्रेताओं ने भी शुक्रवार को एक दिवसीय हड़ताल रखेंगे।दवा की ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देने के विरोध में बंद का समर्थन कर रहे हैं।अपनी मांगों को लेकर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते आल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रग्गिस्ट्स के अध्यक्ष जे एस शिंदे व अन्य पदाधिकारी ने बृहस्पतिवार को एलान किया कि बंद को पूरी तरह सफल बनाने की कोशिश की जाएगी।इसके बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई तो इसके लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।