कितनी सीटों पर लड़ें से ज्यादा महत्वपूर्ण, कितनी सीटें जीतें? के फार्मूले पर यह दल करा रहा सर्वे
September 30, 2018
नई दिल्ली, हम कितनी सीटों पर लड़ेंगे, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह तय करना है कि हम कितनी सीटें जीत सकते हैं। यह फार्मूला सत्ता की दावेदार पार्टी के लिये ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकता है। इसलिए इस दल ने सर्वेक्षण में उन सीटों को चिन्हित करने काकाम शुरू कर दिया हैं जहां वह जीतने की स्थिति में हैं।
बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए राजद के साथ सीटों के बंटवारे के संबंध में बातचीत शुरू करने से पहले कांग्रेस राज्य में अपनी स्थिति का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण करा रही है। कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद के साथ गठबंधन में बिहार की 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 8.40 फीसदी वोट और दो सीटें मिलीं थीं। 2019 में कांग्रेस खुद को 2014 के मुकाबले ज्यादा मजबूत स्थिति में मानती है और इस बार उन सीटों को पहले से चिन्हित कर लेना चाहती है जहां उसकी जीत की अधिक संभावना रहेगी।
हाल ही में शुरू हुआ कांग्रेस का सर्वेक्षण दो स्तरों पर हो रहा है। एक तरफ पार्टी अपने स्तर से विभिन्न लोकसभा सीटों का सर्वेक्षण करा रही है, तो दूसरी तरफ ‘स्वतंत्र सर्वेक्षण’ के लिए उसने एक सर्वेक्षण एजेंसी की भी सेवा ली है।कांग्रेस के इस कदम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के यह दोनों सर्वेक्षण मुख्य रूप से सीमांचल और उन क्षेत्रों पर ज्यादा केंद्रित हैं जहां हालिया लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सर्वेक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि इसका मुख्य लक्ष्य यह पता करना है कि विभिन्न सीटों पर कांग्रेस की मौजूदा स्थिति क्या है। गोहिल ने बताया, ‘ हमारा सर्वेक्षण दो तरह से हो रहा है। पहला सर्वेक्षण पार्टी की तरफ से कराया जा रहा है। दूसरा स्वतंत्र सर्वेक्षण कराया जा रहा है। इसका मकसद यह पता करना है कि विभिन्न सीटों पर हमारी क्या स्थिति है और हमें क्या करना होगा।’
यह पूछे जाने पर कांग्रेस राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से कितनी सीटों पर दावेदारी पेश करेगी, गोहिल ने कहा, ‘अभी इस बारे में बात नहीं हुई है। राजद हमारा बहुत पुराना और मजबूत वैचारिक सहयोगी है। सीटों के बारे हम सभी सहयोगी दल (मांझी सहित) मिलकर उचित समय पर निर्णय कर लेंगे।’
नई दिल्ली, हम कितनी सीटों पर लड़ेंगे, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह तय करना है कि हम कितनी सीटें जीत सकते हैं। यह फार्मूला सत्ता की दावेदार पार्टी के लिये ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकता है। इसलिए इस दल ने सर्वेक्षण में उन सीटों को चिन्हित करने काकाम शुरू कर दिया हैं जहां वह जीतने की स्थिति में हैं।
ऑल जर्नलिस्ट एंड फ्रेंड्स सर्कल के यूपी के अध्यक्ष बने शैलेन्द्र यादव
लोकसभा चुनाव – शिवपाल यादव का सेक्युलर मोर्चा भी हो सकता है सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा ?
बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए राजद के साथ सीटों के बंटवारे के संबंध में बातचीत शुरू करने से पहले कांग्रेस राज्य में अपनी स्थिति का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण करा रही है। कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद के साथ गठबंधन में बिहार की 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 8.40 फीसदी वोट और दो सीटें मिलीं थीं। 2019 में कांग्रेस खुद को 2014 के मुकाबले ज्यादा मजबूत स्थिति में मानती है और इस बार उन सीटों को पहले से चिन्हित कर लेना चाहती है जहां उसकी जीत की अधिक संभावना रहेगी।
समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के मंडल कार्यालय का शिवपाल यादव करेंगे उद्घाटन
शिवपाल यादव ने घोषित किए समाजवादी सेकुलर मोर्चा के जिलाध्यक्ष, देखें पूरी लिस्ट
हाल ही में शुरू हुआ कांग्रेस का सर्वेक्षण दो स्तरों पर हो रहा है। एक तरफ पार्टी अपने स्तर से विभिन्न लोकसभा सीटों का सर्वेक्षण करा रही है, तो दूसरी तरफ ‘स्वतंत्र सर्वेक्षण’ के लिए उसने एक सर्वेक्षण एजेंसी की भी सेवा ली है।कांग्रेस के इस कदम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के यह दोनों सर्वेक्षण मुख्य रूप से सीमांचल और उन क्षेत्रों पर ज्यादा केंद्रित हैं जहां हालिया लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
यूपी पुलिस बेकाबू, लखनऊ में आम आदमी का किया एनकाउंटर
शिवपाल यादव का दावा, इतने दल आये सेक्युलर मोर्चे के साथ ?
पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सर्वेक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि इसका मुख्य लक्ष्य यह पता करना है कि विभिन्न सीटों पर कांग्रेस की मौजूदा स्थिति क्या है। गोहिल ने बताया, ‘ हमारा सर्वेक्षण दो तरह से हो रहा है। पहला सर्वेक्षण पार्टी की तरफ से कराया जा रहा है। दूसरा स्वतंत्र सर्वेक्षण कराया जा रहा है। इसका मकसद यह पता करना है कि विभिन्न सीटों पर हमारी क्या स्थिति है और हमें क्या करना होगा।’
अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को बताया- कैसे आयी मोदी सरकार सत्ता मे, दो अक्तूबर से करेंगे भूख हड़ताल
लंबी सेवा करने वाले कर्मचारियों को इस कंपनी ने दी करोड़ों की कारें
यह पूछे जाने पर कांग्रेस राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से कितनी सीटों पर दावेदारी पेश करेगी, गोहिल ने कहा, ‘अभी इस बारे में बात नहीं हुई है। राजद हमारा बहुत पुराना और मजबूत वैचारिक सहयोगी है। सीटों के बारे हम सभी सहयोगी दल (मांझी सहित) मिलकर उचित समय पर निर्णय कर लेंगे।’
फेसबुक यूजर की सुरक्षा मे लगी बड़ी सेंध, बंद की गई ये फीचर सुविधा
भारत ने सातवीं बार एशिया कप खिताब पर किया कब्जा, कुलदीप यादव ने सर्वाधिक विकेट लिये
शिवपाल यादव ने अखिलेश और मुलायम सिंह को लेकर दिया चौकाने वाला बयान…
सपा ने भी पकड़ी, अकेला चलो की राह
शरद पवार को बड़ा झटका, इस वरिष्ठ सांसद ने छोड़ी पार्टी, लोकसभा से भी दिया इस्तीफा
अमित शाह को मिली राष्ट्रपति और पीएम वाली सुरक्षा….