नई दिल्ली, सैलून में दिल और ब्लड प्रेशर का इलाज, हैरत में पड़ने की जरूरत नहीं है, यह हकीकत है. मेरठ के सैलून में शेविंग-कटिंग के दौरान दिल का हाल भी जाना जा रहा है. यहां ग्राहकों के ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच की जा रही है। कश लगाने वालों को आगाह किया जा रहा है कि कुछ देर का मजा उनके दिल का सुकून छीन सकता है.
मेरठ के सैलून में जितने भी कस्टमर बाल कटवाने से लेकर शेविंग के लिए या फिर मसाज कराने के लिए आ रहे हैं वो सब अपना ब्लड प्रेशर चेक करवा रहे हैं. इस दौरान बाकायदा एक काउंसलर आकर इस हेयर कटिंग सैलून में रोजाना बैठता है. इस बीच जो भी कस्टमर यहां आता है उसका बीपी चेक किया जाता है. इस दौरान सैलून में आने वाले हर कस्टमर का पूरा रिकॉर्ड भी मेनटेन किया जाता है.
अमेरिका में आठ माह पहले हुए सर्वे में दावा किया गया गया कि सैलून में ब्लड प्रेशर की जांच सटीक आती है और लोग उपचार के प्रति जागरूक होते हैं. इसी के बाद मेरठ के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव अग्रवाल ने इसका गहन अध्ययन किया. उन्होंने मेट्रो प्लाजा के पास मो. निजाम के गाइड हेयर सैलून और लालकुर्ती में इमरान के सैलून में यह अनूठा प्रयोग शुरू किया है. 20 दिन पहले शुरू हुए इस सर्वे में अभी तक 146 लोगों का ब्लड प्रेशर मापा जा चुका है.
इस सैलून में बाकयदा इसके लिए एक प्रशिक्षित कर्मचारी रखा गया है, जो लैपटॉप और बीपी उपकरण के साथ सैलून पर पहुंचता है. बाल कटवाने और शेविंग के लिए आने वाले लोगों की निशुल्क ब्लड प्रेशर जांच करता है. व्हाइट कालर ब्लड प्रेशर की स्थिति देखने के लिए सुकून के क्षणों में बीपी की मॉनीटरिंग की जाती है. इस दौरान दो बार रीडिंग ली जाती है. व्यक्ति से शुगर, नशे की लत और ट्रीटमेंट के बारे में पूछकर यह जानकारी लैपटॉप में फीड की जाती है.
सैलून में शेविंग करवाने आए इमरान को जब ब्लड प्रेशर की जांच कराने को कहा तो वो हैरान रह गया. इमरान ने कहा कि उसने पहली बार जांच कराई है. मॉनीटर में रीडिंग देखी तो बीपी 145 था. अच्छा प्रयोग है. इस पहल से लोगों में बीपी जांच के प्रति जागरूकता आएगी. डॉ. राजीव अग्रवाल का कहना है कि भागदौड़ की जिंदगी में सैलून में बाल कटवाने या शेविंग कराने के लिए जाने वाले लोग खुद को तनावमुक्त महसूस करते हैं. इस दौरान ब्लड प्रेशर की जांच सटीक होती है. डॉक्टर भी अक्सर घर पर आराम के पलों में बीपी जांच की सलाह देते हैं. मॉर्निंग वॉक के दौरान भी व्यक्ति तनाव मुक्त होता है लेकिन सुबह लंबी वॉक या दौड़ की वजह से यह सामान्य नहीं हो सकता.
डॉ. राजीव बताते हैं कि यह सर्वेक्षण बीपी के नए मरीजों को चिह्नित करने, ब्लड प्रेशर के मरीजों में दवाओं की उपयोगिता और ब्लड प्रेशर को दवाओं द्वारा नियंत्रित करने के उद्देश्य पर आधारित है. उनका कहना है कि वह इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया के समक्ष प्रस्तुत करेंगे. शहर के अन्य सैलून इसमें शामिल हो सकते हैं. वहीं जैसे-जैसे लोगों को जानकारी हो रही है, वो लोग इस सैलून में बीपी की जांच करवाने पहुंच रहे है. स्थानीय लोग भी इस कदम की सरहाना कर रहे है.