पहली बार मां के गर्भ में हुई अजन्मे बच्चे की स्पाइन सर्जरी…
February 14, 2019
नई दिल्ली, एक महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की स्पाइन की सर्जरी को सफलतापूवर्क पूरा किया गया। एसेक्स की रहने वाली 26 वर्षीय बेथन सिंपसन को डॉक्टर्स ने 20 सप्ताह के स्कैन के बाद बताया कि उनके गर्भ में पल रही उनकी बेटी को spina bifida है। ये एक तरह का बर्थ डिफेक्ट यानी जन्म दोष है जिसमें गर्भ में पल रहे बच्चे की स्पाइनल कॉर्ड सही तरह से डिवेलप नहीं हो पाती।
spina bifida एक ऐसा बर्थ डिफेक्ट है जिसमें गर्भ में पल रहे बच्चे की स्पाइन और स्पाइनल कॉर्ड का डिवेलपमेंट नहीं हो पाता या रुक जाता है। इससे स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी में गैप बन जाता है। डॉक्टर्स की मानें तो ऐसा क्यों होता है इसके पीछे किसी ठोस कारण का अब तक पता नहीं चल सका है लेकिन प्रेन्नेंसी की शुरुआत में फॉलिक ऐसिड की कमी से इस तरह की समस्या का खतरा होता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के समय कई दवाओं के सेवन से और अगर फैमिली में किसी को भी spina bifida की समस्या रही हो तो इसका खतरा बच्चे के लिए और ज्यादा बढ़ जाता है।
यूके में सिंपसन ऐसी चौथी महिला हैं जिनकी “foetal repair” सर्जरी की गई। 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में सिंपसन के गर्भ को खोला गया जिसमें बच्चे के बॉटम को खुला देखा गया। सर्जन्स ने बच्चे को निचले स्पाइन में एक छोटा छेद बनाया। पहले डॉक्टर्स ने कॉम्प्लिकेशन्स को देखते हुए कहा था कि सिंपसन के लिए अबॉर्शन करना ज्यादा सही रहेगा लेकिन सिंपसन का कहना था कि ‘मैं ऐसा सोच भी नहीं सकती मैं अपने बच्चे कि किक को गर्भ में महसूस करती थी’। ये ऑपरेशन सफल रहा और बच्चे के जन्म का समय अप्रैल 2019 में है।
सिपंसन ने बताया कि जब गर्भ में पल रहे बच्चे की समस्या का पता चला तो उन्हें और उनके पति को ये सलाह दी गई कि प्रेग्नेंसी को टर्मिनेट कर देना ज्यादा सही रहेगा क्योंकि भ्रूण रिपेयर काफी ज्यादा रिस्की हो सकता है। उन्हें बताया गया कि कि गर्भ में पल रही बच्ची पैरालाइज्ड हो सकती है, लेकिन सिंपसन ने उम्मीद नहीं छोड़ी। सिंपसन सर्जरी पर अड़ी रहीं और दिसंबर में उन्होंने सर्जरी को अप्रूव कर दिया। प्रेग्नेंसी के 24 वें सप्ताह में गर्भ को खोला गया और छेद को रिपेयर करने के लिए बेबी को उठाकर सही पॉजिशन में रखा गया। साथ ही साथ बच्चे की स्पाइनल कॉर्ड को भी सही पोजिशन में किया गया। इस तरह से यह ऑपरेशन सफल हुआ।