पहली बार गाय को देखकर ये महिला हुई गर्भवती,जानिए कैसे…..
February 26, 2019
नई दिल्ली, मां बनना हर महिला की जिंदगी का एक सुखद अहसास होता है, लेकिन किसी कारणवश अगर वो गर्भवती नहीं हो पाती है या मिसकैरेज (गर्भपात) हो जाता है तो सबसे ज्यादा दुख उसी को होता है। ऐसी ही एक महिला है वेल्स की रहने वाली, जिसने अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उसका कहना है कि लगातार चार बार मिसकैरेज के बाद उसे लगा था कि अब वो मां नहीं बन पाएगी, लेकिन गर्भवती गायों पर आधारित एक प्रोग्राम ने उसकी जिंदगी ही बदल दी।
ब्रिटेन के वेल्स की रहने वाली एक महिला ने चार साल पहले एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। लॉरी नाम की इस महिला के लिए मां बनना किसी सपने के साकार होने जैसा था, क्योंकि इससे पहले चार बार उनका मिसकैरिज हो चुका था। सभी को लग रहा था कि वह दोबारा कभी मां नहीं बन पाएंगी। लेकिन फिर एक दिन एक प्रेग्नेंट गाय को देखकर उनकी सारी परेशानी सुलझ गई। उन्होंने बिना किसी परेशानी के 2015 में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।लॉरी नाम की यह महिला कॉन्वी टाउन में रहती हैं। वह पहली बार 2011 में प्रेग्नेंट हुई थीं। उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया। लेकिन इसके बाद से उनके प्रेग्नेंट होना और प्रेग्नेंसी को संभाल पाना सबसे बड़ी परेशानी बन गई।
लॉरी बताती हैं कि जब उन्होंने दोबारा कंसीव किया तो वो बेहद कमजोरी महसूस करने लगीं। अक्सर बीमार पड़ जाती थीं। कोई भी इलाज काम नहीं आता था। उनका 4 बार मिसकैरिज हुआ, जिनमें से एक जुड़वा बच्चे थे। इस तरह 5 बच्चों को खोने के बाद लॉरी यह मान बैठी थीं कि वह अब कभी मां नहीं बन पाएंगी।लॉरी की किस्मत बदली। एक रात वह घर में सोफे पर लेटकर टीवी देख रही थीं। स्क्रीन पर वेल्स फार्मिंग प्रोग्राम चल रहा था। इसमें गायों की प्रेग्नेंसी और डिलिवरी को लेकर चर्चा हो रही थी।
कार्यक्रम के दौरान लॉरी को पता चला कि गाय के स्वस्थ बच्चे के लिए आयोडीन और थायोरॉक्सिन बेहद जरूरी है। इसी की कमी के कारण गायों को बहुत सी दिक्कतें आती हैंलॉरी बताती हैं कि टीवी कार्यक्रम में कही गई यह बात ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया। उन्हें लगा कि अब फिर से मेडिकल हेल्प और टेस्ट की जरूरत है। लॉरी ने इंटरनेट पर इस बारे में रिसर्च शुरू की। घर में वह नमक लेकर आईं, जिसमें ज्यादा आयोडीन था। उन्होंने थॉयराइड स्पेशलिस्ट से भी मुलाकात की। कंसीव करने के बाद उन्होंने हर दो हफ्ते पर अलग से थॉयरॉक्सिन भी ली। यह सभी बदलाव और तरीके कारगर साबित हुए। लॉरी ने 2015 में एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया।
लॉरी के डॉक्टर्स का कहना है कि उनके पेशेंट के लिए कंसीव करना मुश्किल काम नहीं था। लेकिन बच्चे को 9 महीने तक बिना किसी परेशानी के गर्भ में चैलेंज था। लॉरी कहती हैं, ‘मैं पूरी ईमानदारी से कह सकती हूं कि यदि मैंने वो प्रोग्राम नहीं देखा होता आज मेरा दूसरा बेटा न होता। ईश्वर जानता है कि मुझे और कितने मिसकैरिज देखने पड़ते।’ लॉरी चाहती हैं कि वेल्स की सरकार मिसकैरिज की समस्या से जूझ रहे कपल्स की मदद करे।