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महिला दिवस पर प्रधानमंत्री बोले- ‘नये भारत के नये संस्कार’ गढ़ने में महिलाओं की अहम भूमिका

वाराणसी,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को ‘नये भारत के नये संस्कार’ गढ़ने में अहम भूमिका निभाने वाली शक्ति बताते हुए कहा कि अब वह ‘स्वाबलंबन से सशक्तिकरण’ के नये पड़ाव पर पहुंच गई हैं।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, बड़ालालपुर के दीन दयाल हस्तकला संकुल पर आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय आजीविका सम्मेलन-2019’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के मात्र साढ़े चार वर्षों के चौतरफा प्रयास का असर देश में साफ-साफ दिखने लगा है।

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में मातृशक्ति की नई पहचान बनी है। बेटियां ‘फाइटर जेट चलाने से लेकर समद्री तट की रक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे कदम बढ़ा रही हैं।उन्होंने कहा कि ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ को ‘गर्व का दिन’ बताते हुए कहा कि आज वाराणसी के बाबातपुर स्थित लाल बाहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मध्यप्रदेश के भोपाल में एक ट्रेन संचालन की पूरी जिम्मेवारी महिलाओं ने संभाल ली है। इससे पहले भी कई मौकों पर महिलाओं ने इसी प्रकार से अपनी ताकत दिखाई है।

 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए आर्थिक, शैक्षाणिक, सामाजिक एवं कानूनी समेत हर पहलु को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार ने अनेक अभियान शुरु किये। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आर्थिक रुप से मजबूत बनाने की दिशा में कई कदम उठाये गए हैं।

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ अभियान से बालिकाओं को शिक्षा के प्रति आगरुकता बढ़ी है और अब हर कोई पढ़ाई का महत्व समझने के साथ ही अपनी बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं। बेटियों के प्रति समाज का नजरिया बदला। कानूनी रुप से भी महिलाओं ताक दी गई है। सरकारी योजनाओं में उन्हें प्रथमिकता दी जा रही है। उनके नाम मकान एवं अन्य संपत्तियों की रजिस्ट्री को प्राथमिकता देने वाला प्रावधान किया गया है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को फांसी देने का प्रावधान कानून में जोड़ा गया है।