यूपी मे आज इन सियासी दिग्गजों का, राजनीतिक भाग्य होगा तय
April 28, 2019
लखनऊ, लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर सोमवार को वोट पड़ेंगे। इस चरण में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव व कई सियासी दिग्गजों समेत 152 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य तय होगा। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि चौथे चरण में सोमवार को प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर के लिये मतदान होगा। मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक होगा।
उन्होंने बताया कि इस चरण के साथ ही निघासन विधानसभा का उपचुनाव भी होगा। इसमें कुल तीन लाख 35 हजार 987 मतदाता कुल सात उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। चौथे चरण में एक करोड़ 30 लाख 83 हजार 421 पुरुष तथा एक करोड़ 10 लाख 22 हजार 629 महिलाओं समेत कुल दो करोड़ 41 लाख 784 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदान के लिये 17011 केन्द्र तथा 27516 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। इनमें से 4014 मतदेय स्थल संवेदनशील श्रेणी में रखे गये हैं। मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न कराने के लिये 3459 माइक्रो आब्जर्वर, 2298 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 293 जोनल मजिस्ट्रेट, 308 स्टैटिक मजिस्ट्रेट, 13 सामान्य प्रेक्षक, सात पुलिस प्रेक्षक, 13 व्यय प्रेक्षक तथा 67 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किये गये हैं।
इस चरण में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, उत्तर प्रदेश के मौजूदा कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव, साक्षी महाराज और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया जैसे राजनीतिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस चरण में इस चरण में कुल 152 प्रत्याशी मैदान में हैं। चौथे चरण में जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें से वर्ष 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में कन्नौज को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। इस चरण में चुनाव से गुजर रही सीटों में से ज्यादातर पर बसपा और सपा का खासा दबदबा माना जाता है। हालांकि वर्ष 2014 के चुनाव में बिल्कुल जुदा तस्वीर उभरी थी और 12 सीटों पर भगवा लहराया था।
चौथे चरण में सबसे दिलचस्प मुकाबला कन्नौज में माना जा रहा है। यहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी मौजूदा सांसद डिम्पल यादव सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। उनका मुख्य मुकाबला भाजपा के सुब्रत पाठक से है जिन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में डिम्पल को कड़ी टक्कर दी थी। कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है। कानपुर में भी कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां तीन बार सांसद रह चुके कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और उत्तर प्रदेश के मौजूदा खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी के बीच कड़ी टक्कर है। गठबंधन ने यहां पर राम कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है।
फर्रुखाबाद सीट पर पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद एक बार फिर किस्मत आजमा रहे हैं। उनके मुकाबले में मौजूदा सांसद भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत मैदान में हैं। इसके अलावा गठबंधन ने मनोज अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है। समाजवादियों का गढ़ मानी जाने वाली इटावा लोकसभा सीट पर भाजपा ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया को उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2014 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से विजयी हुए अशोक दोहरे इस बार कांग्रेस के टिकट से दावेदारी पेश कर रहे हैं। गठबंधन ने यहां पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया के बेटे कमलेश कठेरिया पर दांव लगाया है। शाहजहांपुर सीट पर भाजपा ने अरुण सागर को, कांग्रेस ने ब्रह्म स्वरूप सागर और गठबंधन ने अमर चंद जौहर को उम्मीदवार बनाया है। खीरी सीट से मौजूदा सांसद भाजपा प्रत्याशी अजय कुमार मिश्र ‘टेनी’ का मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार जफर अली नकवी और गठबंधन प्रत्याशी डॉक्टर पूर्वी वर्मा से है।
हरदोई (सुरक्षित) सीट से भाजपा ने तीन बार सांसद रह चुके जय प्रकाश रावत को टिकट दिया है। वहीं, गठबंधन ने दो बार की सांसद ऊर्षा वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व विधायक वीरेन्द्र वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। मिश्रिख (सुरक्षित) सीट से दो बार के सांसद अशोक रावत भाजपा की तरफ से चुनौती पेश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम लाल राही की बहू मंजरी रावत को मैदान में उतारा है। गठबंधन ने यहां नीलू सत्यार्थी को उम्मीदवार बनाया है। उन्नाव सीट से मौजूदा सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर भाजपा से उम्मीदवार हैं। उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद अनु टण्डन और गठबंधन के अरुण कुमार शुक्ला से है।
जालौन से कांग्रेस ने पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भाजपा ने मौजूदा सांसद भानु प्रताप वर्मा पर एक बार फिर दांव खेला है। गठबंधन ने अजय कुमार पंकज को उम्मीदवार बनाया है। अकबरपुर सीट से भाजपा के मौजूदा सांसद देवेन्द्र सिंह भोले एक बार फिर इसी पार्टी से उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद राजा राम पाल और गठबंधन उम्मीदवार निशा सचान से है। झांसी सीट से भाजपा ने अनुराग शर्मा को, गठबंधन ने श्याम सुंदर सिंह और कांग्रेस ने शिवशरन को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, हमीरपुर से भाजपा ने कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल, गठबंधन ने दिलीप कुमार सिंह और कांग्रेस ने प्रीतम सिंह लोधी को मैदान में उतारा है।
लखनऊ, लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर सोमवार को वोट पड़ेंगे। इस चरण में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव व कई सियासी दिग्गजों समेत 152 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य तय होगा। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि चौथे चरण में सोमवार को प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर के लिये मतदान होगा। मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक होगा।
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उन्होंने बताया कि इस चरण के साथ ही निघासन विधानसभा का उपचुनाव भी होगा। इसमें कुल तीन लाख 35 हजार 987 मतदाता कुल सात उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। चौथे चरण में एक करोड़ 30 लाख 83 हजार 421 पुरुष तथा एक करोड़ 10 लाख 22 हजार 629 महिलाओं समेत कुल दो करोड़ 41 लाख 784 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदान के लिये 17011 केन्द्र तथा 27516 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। इनमें से 4014 मतदेय स्थल संवेदनशील श्रेणी में रखे गये हैं। मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न कराने के लिये 3459 माइक्रो आब्जर्वर, 2298 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 293 जोनल मजिस्ट्रेट, 308 स्टैटिक मजिस्ट्रेट, 13 सामान्य प्रेक्षक, सात पुलिस प्रेक्षक, 13 व्यय प्रेक्षक तथा 67 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किये गये हैं।
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इस चरण में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, उत्तर प्रदेश के मौजूदा कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव, साक्षी महाराज और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया जैसे राजनीतिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस चरण में इस चरण में कुल 152 प्रत्याशी मैदान में हैं। चौथे चरण में जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें से वर्ष 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में कन्नौज को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। इस चरण में चुनाव से गुजर रही सीटों में से ज्यादातर पर बसपा और सपा का खासा दबदबा माना जाता है। हालांकि वर्ष 2014 के चुनाव में बिल्कुल जुदा तस्वीर उभरी थी और 12 सीटों पर भगवा लहराया था।
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