राज्यसभा की दो सीटें बीजेपी ने जीतीं, अल्पेश ठाकोर सहित दो विधायकों ने दिया इस्तीफा
July 5, 2019
गांधीनगर, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा के लिये चुने जाने के कारण रिक्त हुई गुजरात कोटे की राज्यसभा की दो सीटों आज हुए मतदान के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा के दोनो उम्मीदवारों विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा जुगलजी ठाकोर ने जीत दर्ज की।
दोनो को 104-104 मत मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवारों को मात्र 70 वोट ही मिले। भाजपा के मतदाता तथा राज्य के कृषि मंत्री आर सी फलदू का एक वोट रद्द हो गया। 182 सदस्यीय विधानसभा में चार सीटे लोकसभा चुनाव जीतने वाले चार भाजपा विधायकों के इस्तीफे के कारण रिक्त हैं जबकि तीन अन्य विधायक भाजपा के पबुभा माणेक (द्वारका सीट), कांग्रेस के भगवान बारड़ (तलाला) और निर्दलीय भूपेंद्र खांट अलग अलग कारणों से अयोग्य घोषित हैं।
इस तरह कुल 175 विधायक ही मतदान कर सकते थे। इनमें से भाजपा के 100 हैं जो जीत के लिए जरूरी पहली वरीयता वाले 88 मतों से कहीं अधिक हैं। विधायकों में से एक निर्दलीय, एक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा दो भारतीय ट्राइबल पार्टी के हैं। कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं जिनमें से दो अल्पेश ठाकोर और धवल झाला ने बगावती तेवर अपना कर भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। दोनो ने मतदान के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस ने इनके वोट रद्द करने की गुहार लगायी थी पर चुनाव आयोग ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशियों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एकमात्र तथा भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनो विधायकों का भी वोट मिला। हार की पूरी संभावना के बावजूद कांग्रेस अपने शेष 69 विधायकों को एक साथ उत्तर गुजरात के एक रिसॉर्ट में ले गयी थी ताकि उसे उनके क्रॉस वोटिंग जैसी शर्मनाक स्थिति न झेलनी पड़े।
पार्टी ने व्हिप का उल्लंघन के लिए अल्पेश और झाला को छह साल तक चुनाव लड़ने के अयोग्य ठहराने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। कांग्रेस के पक्ष में निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी मतदान किया। कांग्रेस ने दोनो सीटों पर अलग अलग चुनाव कराने (यानी दोनो सीटों के लिए एक विधायक को अलग अलग वोट देने की छूट होने) को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी पर अदालत ने चुनाव प्रक्रिया में दखल देने से इंकार कर दिया था।
पार्टी ने श्री जयशंकर के विरूद्ध गौरव पंडया और श्री ठाकोर के खिलाफ पूर्व मंत्री चंद्रिकाबेन चूडासमा को प्रत्याशी बनाया था। कांग्रेस अब इस पूरे चुनाव को ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।