लखनऊ , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर बड़ा हमला किया है। उन्होने कहा कि भाजपा और उसका मातृ संगठन आरएसएस कभी भारत की आजादी के आंदोलन में शामिल नहीं रहा। लोकतंत्र में भी उसकी आस्था नहीं है। संविधान का सम्मान भी भाजपा में नहीं है। भाजपा समाजवादी विचारधारा की विरोधी है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वैचारिक स्तर पर अपनी बात मजबूती से रखने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में निर्दोष और गरीब लोगों को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है जबकि विपक्षियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से अन्याय का मुकाबला करने और जोरशोर से चुनाव अभियान में जुटने का आग्रह किया। उन्होंने कहा भाजपा की साजिशों से सावधान रहते हुए कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देनी चाहिए। उन्होने कहा कि भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा सांसदों की पदयात्रा का आयोजन कर रही है जबकि हकीकत है कि वह बुनियादी समस्याओं के समाधान के बजाय जनभावनाओं से खिलवाड़ करना चाहती है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज किसान, गरीब, नौजवान सभी परेशान है। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। भ्रष्टाचार चरम पर है। किसान को न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल रहा है और नहीं अभी तक किसानों की आय दुगनी करने की योजना का कोई ठोस प्रारूप सामने आया है। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के जनविरोधी हथकंड़ों को सफल नहीं होने देना है। भाजपा की प्रलोभन की राजनीति से लोकतंत्र और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों के लिए खतरा हो सकता है। भाजपा का इन मूल्यों से कोई लेना देना नहीं है।