जेल में 16 कैदियों के सिर धड़ से अलग, 41 की आग लगाकर हत्या
July 30, 2019
नई दिल्ली,उत्तरी ब्राजील की एक जेल में सोमवार को प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के गुटों के बीच हुई झड़प में 57 कैदियों के मारे जाने की खबर है. इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी. पारा प्रांत सरकार के जेल विभाग के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि कई घंटे चली इस झड़प में 16 लोगों के सिर धड़ से अलग कर दिये गये.
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार प्रांत की राजधानी बेलेम से लगभग 850 किलोमीटर दूर स्थित अल्टामीरा में जेल में लगभग पांच घंटों तक हिंसा जारी रही. घटना की जानकारी मिलने के बाद विभिन्न सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयास के बाद आरोपियों पर काबू पाया गया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना में 16 के सर धड़ से अलग हो गए. वहीं, आरोपी गुट द्वारा एक सेल में आग लगाने के कारण 41 लोगों की मौत दम घुटने से हो गई.
प्रांतीय जेल तंत्र के प्रमुख जारबास वास्कॉनसेलॉस ने संवाददाताओं को बताया कि यह संघर्ष दूसरे गुट का सफाया करने के लिए किया गया था. यह एक स्थानीय हमला था. हमलावरों ने सेल में प्रवेश किया, कैदियों को मारा और बाद में कमरे में आग लगा दी. वहीं, जेल प्रबंधन ने कहा कि जेल के एक हिस्से में कैदी जैसे ही नाश्ते के लिए बैठे, दूसरी सेल से आए हमलावरों ने जबरदस्ती घुस कर देशी हथियारों से अपने दुश्मनों पर हमला कर दिया. हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो कर्मियों को बाद में सुरक्षित रिहा कर दिया गया.
वहीं दो अन्य लोगों को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ कैदियों के रिश्तेदारों ने अल्टामीरा में प्रदर्शन कर एक धड़े का स्थानांतरण करने की मांग की थी, जिससे विवाद से बचा जा सके. गौरतलब है कि ब्राजील की जेल में इस तरह का यह कोई पहला खूनी संघर्ष नहीं है.
इससे पहले इसी साल मई में सिन्हुआ के अनुसार, मनाउस शहर में एनीसिया जोबिम जेल परिसर में रविवार (27 मई) को मुलाकात के समय अंदर कैदियों में लड़ाई हो गई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी. कैदी या तो एक-दूसरे की गला दबाकर हत्या कर रहे थे या एक-दूसरे पर टूथब्रश से हमला कर रहे थे.प्रशासन ने शव मिलने की सूचना दी थी. ये 42 शव सिर्फ एनीसिया जोबिम जेल में ही नहीं, बल्कि मानाउस में तीन अन्य जेलों में भी मिले.
जेल प्रशासनिक सचिवालय ने कहा था कि स्थिति अब नियंत्रण में है.अब तक वार्डन के घायल होने या कैदियों के भागने की सूचना नहीं है. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, ब्राजील में जेलों में दंगे, हत्याएं और सामूहिक रूप से कैदियों का भागना आम है. अंतर्राष्ट्रीय संगठन इसे दुनिया में सबसे बुरा और सबसे ज्यादा हिंसक कहते हैं. सबसे ज्यादा कैदियों के मामले में ब्राजील दुनिया में तीसरे स्थान पर है. यहां लगभग सात लाख कैदी हैं जो जेलों की क्षमता से लगभग दोगुने हैं.