अजमेर, राजस्थान में अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में आज आग लगने के बाद धुआं फैलने से अफरातफरी मच गई।
सूत्रों ने बताया कि चिकित्सालय के मेडिसिन आईसीयू में सुबह आग लगने के बाद वार्ड में आग के धुएं से अफरातफरी मच गई। इस दौरान एक मरीज की मौत होने होन की खबर है जबकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि मरीज की मृत्यु धुएं से नहीं बल्कि उसकी अपनी गंभीर बीमारी के कारण हुई है।
उधर इस हादसे के चलते वार्ड के वेंटिलेटरों ने भी काम करना बंद कर दिया। अस्पताल प्रशासन पूरे मामले में पर्दा डालने का काम कर रहा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन मीडिया से बात करने को तैयार नहीं तो कोविड प्रभारी एवं मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव माहेश्वरी ने स्वीकार किया कि वार्ड में लगी बिजली शॉर्ट सर्किट से आग के कारण दो तीन वेंटिलेटरों ने काम करना बंद कर दिया। इस हादसे में कुछ ट्यूबलाइटें व अन्य सामान भी जलकर राख हो गया।
उन्होंने बताया कि आग पर एक घंटे के अंदर ही काबू पा लिया गया। हादसे के दौरान वार्ड में कोरोना संक्रमित बीस मरीजों को तुरंत अन्य वार्डों में शिफ्ट कर दिया गया। इस हादसे की जानकारी चिकित्सा मंत्री डॉ. रघुशर्मा तक भी पहुंच गई है और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से वास्तविक जानकारी तलब की है। धुएं का अन्य मरीजों पर क्या प्रभाव पड़ा है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।