नयी दिल्ली, उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित देश के एकमात्र विमानन विश्वविद्यालय राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय (आरजीएनएयू) ने अग्निशमन पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी कि विश्वविद्यालय ने अग्निशमन के छह माह के वोकेशनल कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। वर्तमान पाठ्यक्रम 17 अगस्त 2020 से शुरू होकर 14 फरवरी 2021 तक चलेगा।
राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति अंबर दुबे ने कहा कि अग्निशमन दल विमानन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में हवाईअड्डों के विस्तार के साथ ही प्रशिक्षित पेशेवरों की मांग में वृद्धि होगी। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से हम इस क्षेत्र में भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए कुशल पेशेवर तैयार कर रहे हैं।
मौलिक अग्निशामक पाठ्यक्रम उन उम्मीदवारों के लिए छह महीने का सर्टिफिकेट प्रोग्राम है, जो अग्निशामक के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह पाठ्यक्रम जीएमआर एविएशन अकादमी के सहयोग से चलाया जाता है।
यह पाठ्यक्रम पूरी तरह से वातानुकूलित कक्षाओं, पुस्तकालय और छात्रावासों से सुसज्जित एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया जाता है। पाठ्यक्रम के दौरान छात्रों को वास्तविक जीवन का अनुभव देने के लिए एक सक्रिय रनवे पर विशेषज्ञों द्वारा लाइव फायर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। वास्तविक कार्य परिस्थितियों का सीधा अनुभव कराने के लिए पायलट कैडेटों और हवाईअड्डे के संचालन विशेषज्ञों के साथ संवाद भी आयोजित किया जाता है। विश्वविद्यालय प्रमुख हवाईअड्डा संचालकों के साथ कैंपस प्लेसमेंट का अवसर भी प्रदान करता है।
इसके लिए 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी महिला या पुरूष जो शारीरिक और मेडिकल रूप से स्वस्थ हो और 10 + 2 परीक्षा उत्तीर्ण हो, इस नामांकन प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकता है। महिला उम्मीदवार की ऊंचाई 157 सेमी और उससे अधिक जबकि पुरुष उम्मीदवार की ऊंचाई 165 सेमी और उससे अधिक होनी चाहिए। उम्मीदवारों के पास एलएमवी / एचएमवी ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए और उन्हें अंग्रेजी की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।