PM बनने के बाद जो कभी अयोध्या न आया ,वो मंदिर क्या बनवाएगा….?
August 29, 2018
नई दिल्ली, पीए मोदी जी बनारस से लेकर मगहर तक चले गए. दुनिया भर में घूम-घूम कर मंदिर, मस्जिद और मज़ार पर जा रहे हैं लेकिन अयोध्या कभी नहीं गये तो फिर वो मंदिर क्या बनवाएगा.
राम मंदिर आंदोलन को लेकर डॉ प्रवीण तोगड़िया एक बार फिर अपने संगठन अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद से आंदोलन की राह पर हैं. प्रवीण तोगड़िया अब राम मंदिर आंदोलन को एक बार फिर धार देकर विहिप और बीजेपी के सामने नई चुनौती पेश करने की तैयारी में हैं. इसके लिए उन्होंने लखनऊ से अयोध्या कूच का ऐलान किया है. उनका कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए 21 अक्टूबर को अयोध्या कूच किया जाएगा.
प्रवीण तोगड़िया ने बीजेपी और प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राम के सहारे देश की सत्ता तक बीजेपी पहुंची. तोगड़िया ने कहा कि सत्ता पर काबिज होते ही बीजेपी भगवान राम और राम मंदिर को भूल गई. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कभी अयोध्या नहीं आए तो मंदिर क्या बनवाएगें.
प्रवीण तोगड़िया यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि चार साल में केंद्र सरकार ने राम मंदिर पर कोई चर्चा तक नहीं की. उन्होंने कहा कि बीजेपी को करोड़ों हिंदुओं ने वोट किया लेकिन बहुमत मिलते ही वह मुस्लिम महिलाओं की हितैशी बन गई और ट्रिपल तलाक पर कानून बना रही है. तोगड़िया ने कहा कि करोड़ों हिन्दुओं के वोट से बहुमत में आई बीजेपी ने एक बार भी राम मंदिर का मुद्दा सदन में नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बने ताकि 100 करोड़ हिन्दुओं के राम राज्य का सपना पूरा हो, इसके लिए 21 अक्टूबर को लखनऊ से अयोध्या कूच किया जाएगा.
प्रवीण तोगड़िया का कहना था कि अगर राम मंदिर कोर्ट के आदेश से ही बनना था तो राम मंदिर आंदोलन की क्या जरूरत थी. जब भगवान श्रीराम के सहारे सत्ता पर आए तो कानून बनाना चाहिए था. उनका कहना था कि चार साल का वक्त गुजर गया. जो भी वादे किए थे वो पूरे नहीं हुए. केंद्र सरकार के वादे के अनुसार विजयादशमी तक कानून बनाए. उन्होंने कहा कि आज तक सभी प्रधानमंत्री राजीव गांधी, नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी ने राम मंदिर की चर्चा की थी. यह पहले प्रधानमंत्री हैं जो राम मंदिर के नाम पर सत्ता में आए हैं और आने के पहले और बाद में अयोध्या में रामलला के दर्शन तक नहीं किए हैं. साढ़े चार वर्षों में एक बार भी राम मंदिर के लिए बात भी नहीं की है.