कड़े विरोध के बाद अयोध्या में सामूहिक नमाज पढ़ऩे का कार्यक्रम निरस्त, आरएसएस को झटका
July 13, 2018
लखनऊ, कड़े विरोध के बाद अयोध्या स्थित विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर सौहार्दपूर्ण मंदिर निर्माण के लिये राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने सरयू तट पर सामूहिक नमाज पढऩे का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। इसके बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोग रामकथा संग्रहालय से 9 गजी मजार गए।
कार्यक्रम को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर सवाल उठ रहे थे। जबकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस कार्यक्रम से कोई संबंध न होने की बात कही थी। पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के सह संयोजक संत मुरारी दास उर्फ महिर ध्वज ने ही दो दिन पहले फैजाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी थी।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक संत मुरारी दास ने विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिये करीब मुसलमानों से सरयू तट के किनारे नये घाट पर सामूहिक रूप से वजू करने का आवाह्नन किया था। इसमें पांच सौ लोग शामिल होने वाले थे। प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास, हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पाण्डेय, धर्मसेना के संस्थापक संतोष दूबे द्वारा इस कार्यक्रम का विरोध किया गया । विरोध के बाद सामूहिक नमाज पढ़ऩे का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पाण्डेय और धर्मसेना के संस्थापक संतोष दुबे ने कहा कि मुसलमानों के साथ एक बड़ी डील के तहत आरएसएस ;राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मुस्लिम मंच और भारतीय जनता पार्टी सुलह-समझौता के फार्मूले को लागू करते हुए श्रीरामजन्मभूमि पर मस्जिद बनवाने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहाकि ऐसा प्रतीत होता है कि सुलह-समझौते की पक्षधर रही देश विरोधी संगठनों से आरएसएस तथा भाजपा के बीच डील पक्की हो चुकी है।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अयोध्या के सरयू तट पर सामूहिक नमाज अता करने पर प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने विरोध करते हुए आत्मदाह की भी धमकी दी थी। इस बीच अपर जिलाधिकारी विन्ध्यवासिनी कुमार राय एवं पुलिस अधीक्षक ;नगर, अनिल सिंह सिसौदिया ने बताया कि राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के द्वारा सामूहिक नमाज सरयू तट पर पढऩे के कार्यक्रम पर प्रशासन के द्वारा कोई रोक नहीं लगायी गयी थी ।