उन्होने कहा कि बादशाह ने एक बार दावत में कहा कि बैंगन की सब्जी अच्छी है तो उनके मंत्रियों ने भी सब्जी की तारीफ कर दी. और बादशाह के साथी बीरबल ने भी ऐसा ही किया. लेकिन अगले ही दिन जब बादशाह की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने बीरबल के सामने बैंगन की सब्जी की बुराई की.
अखिलेश यादव ने बताया कि इसके बाद बीरबल ने भी ऐसा ही किया, जब बादशाह ने सवाल किया तो बीरबल ने कह दिया कि वह बैंगन की नौकरी नहीं करते हैं, बल्कि बादशाह की नौकरी करते हैं. जो बादशाह कहेगा, वही मैं कहूंगा.
अंत में अखिलेश यादव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल ने भी ऐसा ही किया है. सपा प्रमुख ने बताया कि मैं जिस आर्मी स्कूल से पढ़ा हूं वहां के कई साथी घाटी में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हैं, मेरे साथी मेजर गोपिंदर सिंह राठौड़ को भी हमने खोया है. उन्होंने कहा कि आप लोग कहते हो कि सत्तर साल में कुछ नहीं हुआ है तो क्या आप अपने 11 साल नहीं गिनते हैं.
इसके अलावा अखिलेश यादव ने सरकार से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर भी जवाब मांगा और पूछा कि गृह मंत्री इस बात का भरोसा दें कि PoK हमारा ही हिस्सा है. गृह मंत्री बताएं कि PoK हमारा है. उन्होंने कहा कि साथ ही ये भी बताएं कि कश्मीर जैसी खुशी नगालैंड-मिजोरम-सिक्किम में कब मिलेगी.