वाराणसी, उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई वाले गठबंधन में टूट के पीछे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आशंका जतायी है कि सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का डर दिखा कर ये गठबंधन तुड़वाया हो। इतना ही नहीं अखिलेश ने राजभर के शरीर में किसी अन्य दल की आत्मा का प्रवेश होने का भी तंज कसते हुए कहा कि उन्हें इससे बाहर लाने के लिये झाड़ फूंक करानी पड़ेगी।
अखिलेश ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा का काम है विपक्ष को बांट करके रखा जाये। उन्होंने कहा कि जिस तरह से विपक्षी दलों की सरकार को गिराने के लिये मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अब पश्चिम बंगाल में ईडी का दबाव देखा गया, उसी प्रकार अब कांग्रेस की अध्यक्ष को भी ईडी ने बुला लिया। इससे साफ है कि भाजपा यह संदेश दे रही है कि अगर उसके खिलाफ कोई बोलेगा तो उसको भी ईडी द्वारा बुला लिया जायेगा। हो सकता है कि इस तरह का भय दिखा कर ही गठबंधन तोड़ा गया है।
राजभर द्वारा अखिलेश पर एसी कमरों से बाहर नहीं आने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि उन्हें राजनीति में आये 22 साल हो गये हैं। सभी इस बात को जानते हैं कि राजभर किसके इशारे पर ये आरोप लगा रहे हैं। अखिलेश ने कहा, “मुझे तो लगता है कि उनके अंदर आत्मा किसी और दल की आ गई है। गांव देहात में झाड़-फूंक होती है। उन्हें झड़वाना फुकवाना पड़ेगा, तभी वह ठीक होंगे। उसके पहले ठीक नहीं होंगे”
एक अन्य सवाल के जवाब में अखिलेश ने राजभर पर पैसे लेकर टिकट बांटने का परोक्ष आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि सपा के अतीत में हुए गठबंधनों पर कभी पैसे लेकर टिकट देने का आरोप नहीं लगा, लेकिन अभी राजभर के साथ जब गठबंधन किया तो सपा गठबंधन पर पैसे लेकर के टिकट दिए जाने का आरोप लगा।
गठबंधन टूटने के बारे में अखिलेश ने कहा, “मैंने उन्हें स्वतंत्र किया है कि अगर मैं सम्मान नहीं दे पा रहा हूं, तो जहां उन्हें सम्मान मिल रहा है, वहां जायें। सबसे बड़ी बात है कि उनके पास एक अपना दल है, जहां वह पिछड़े हैं, दलित हैं, अल्पसंख्यक हैं, जो वह आवाज उठाना चाहते हैं, लोहिया जी या जय प्रकाश जी की, उस सिद्धांत को अपने दल में शामिल करें और आगे बढ़ायें।”
राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भाजपा को खुश करेगा, उसे सुरक्षा मिलेगी और वह स्वतंत्र आजाद घूमेगा।