लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लाकडाउन मे यूपी पुलिस की महफिल ए शराब व वसूली की पोल खोल कर रख दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी मे निवेश तब आएगा जब कानून व्यवस्था ठीक हो। लेकिन यहां तो प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार ठोको नीति के रास्ते पर चल रही है।
उन्होने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हवाला देते हुये कहा कि वाराणसी में अस्सी चौकी में जमी पुलिसवालों की महफिल-ए-शराब में अपनी फरियाद से खलल डालना अधिवक्ता पंकज बाजपेयी को महंगा पड़ गया। पुलिसवालों ने हवालात में उनकी जमकर पिटाई कर दी। जबकि वे कहने गए थे कि कुछ मजदूर भूखे प्यासे आए हैं, उनकी व्यवस्था कर दें।
वहीं अखिलेश यादव ने लाॅकडाउन के दौरान यूपी पुलिस के वसूली के किस्से भी उजागर किये। उन्होने बताया कि यूपी के संत कबीर नगर जिले में बीमार पति को ऑटो से घर ले जा रही पत्नी से पुलिसवालों ने 500 रूपए की वसूली कर ली।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे कितने ही काण्ड रोज हो रहे हैं। समस्या यह है कि सरकार को अपने बारे में कुछ सुनना बर्दाश्त नहीं लोकतंत्र में सवाल उठाने वालों पर ही सवाल उठाने का मतलब होता है कि सरकार बचने के लिए पलटवार कर रही है। पर वह अपना दोहरा चेहरा कब तक छुपाएगी।