कई बीजेपी सांसद सीएम योगी से नाराज,उठाया ये बड़ा कदम
April 6, 2018
नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश में कई बीजेपी के दलित सांसद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नाराज हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए चुनौती बढ़ती जा रही है. यह चुनौती किसी बाहरी से नहीं बल्कि अपने ही सांसदों की नाराजगी से वजह से उभर रही है. ये पहला मौका नहीं है जब यूपी के किसी नेता ने सीएम योगी से नाराजगी जताई है.
आज इटावा से एक और दलित सांसद सांसद अशोक दोहरे ने भी अपनी ही पार्टी की राज्य सरकार से हुए नाराज होकर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. इससे पहले यूपी के रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ की शिकायत की थी .खास बात ये है कि दोनों ही सांसदों की चिट्ठी सार्वजनिक हो चुकी हैं.
शिकायत में अशोक दोहरे ने कहा है कि 2 अप्रैल को ‘भारत बंद’ के बाद एससी/एसटी वर्ग के लोगों को उत्तर प्रदेश सहित दूसरे राज्यों में सरकारें और स्थानीय पुलिस झूठे मुकदमे में फंसा रही है उन पर अत्याचार हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस निर्दोष लोगों को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए घरों से निकाल कर मारपीट कर रही है.
इससे इन वर्गों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है. वहीं 5 अप्रैल को यूपी के रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे और बीजेपी नेता सुनील बंसल की भी शिकायत की थी. चिट्ठी में सांसद छोटेलाल ने लिखा है कि जिले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं.
सांसद छोटेलाल ने चिट्ठी में कहा है कि शिकायत लेकर वो सीएम योगी से दो बार मिले लेकिन उन्होंने डांट कर भगा दिया. पीएम मोदी ने सांसद छोटेलाल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. इससे पहले बीजेपी की दलित सांसद सावित्री बाई फुले ने भी सरकार से नाराजगी जताई थी. उससे पहले सहयोगी ओम प्रकाश राजभर भी सीएम योगी से ख़फ़ा थे.