Breaking News

लिव इन रिलेशनशिप से नाराज बेटे ने रिटायर्ड दरोगा को जिंदा जलाया

कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मां की मौत के बाद रिटायर्ड दारोगा पिता के नौकरानी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने से नाराज बेटे ने ही अपने पिता और दो मासूम बच्‍चों को जिंदा जला डाला।

कुशीनगर के इस सनसनीखेज हत्‍याकांड का खुलासा पुलिस ने सोमवार को किया। तरयासुजान क्षेत्र के जवही नरेन्द्र गांव निवासी रिटायर दारोगा के घर आगजनी में कुल चार लोग झुलसे थे। इनमें रिटायर्ड दारोगा और दो बच्चों की इलाज के दौरान गोरखपुर मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में मौत हो चुकी है।

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि गत 29 जून की रात रिटायर्ड दरोगा श्यामसुन्दर अपनी दूसरी पत्नी सरोज, बेटी राधिका उर्फ परी और बेटे आकाश के साथ फाइबर शेड वाले मकान में सोया था। आधी रात को कोई ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर घर में आग लगा दी गई। इस दौरान बाहर से दरवाजे में ताला लगा दिया गया। घटना के दिन ही बच्‍ची राधिका उर्फ परी की मौत हो गयी थी।

उन्होंने बताया कि आग में झुलसे रिटायर्ड दरोगा तथा बेटे को मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में भर्ती गया जहां तीन जुलाई को और आकाश की मौत चार जुलाई को हो गई थी। इस मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही थी। जांच-पड़ताल के बाद संदेह के आधार पर पुलिस ने रिटायर्ड दरोगा की पहली पत्नी के बेटे आशीष कुमार से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

श्री मिश्र ने बताया कि आशीष ने बताया कि उसकी मां की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। उसके बाद पिता, नौकरानी के साथ ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में दूसरे मकान में रहने लगे। वे उसे न तो पेंशन में से कुछ देते थे और न ही खेती से उपज में हिस्सा देते थे। उसका इरादा उन्‍हें मार डालने का नहीं था। वह उन्‍हें सिर्फ डराना चाहता था। इसीलिए षड्यंत्र रचा था। 28 जून को उसने पेट्रोल, माचिस और ताला खरीदा। घटना की रात उसने घर के बाहर से ताला लगा दिया। शेड पर चढ़कर ऊपर से ही पेट्रोल नीचे गिरा दिया। फिर माचिस की तिल्‍ली जलाकर फेंक दी। घर में आग लग गई। इस आग में सभी झुलस गए। उसे यह उम्मीद नहीं थी कि इससे जान भी जा सकती है। बाद में पिता समेत अन्‍य झ़ुलसे लोगों के इलाज में दौड़-भाग भी करता रहा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।