भारत-बांग्लादेश सीमा पर फायरिंग, एक जवान की मौत और एक घायल
October 17, 2019
नयी दिल्ली, पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर गुरुवार को हुई ‘फ्लैग मीटिंग’ के दौरान एक बांग्लादेशी सीमा गार्ड द्वारा एके-47 राइफल से चलाई गयी गोली से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान की मौत हो गई और एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (बीजीबी) के जवानों की हरकतों के कारण दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख वी के जौहरी ने इस संबंध में अपने बांग्लादेशी समकक्ष मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम से हॉटलाइन पर बात की।
अधिकारियों के अनुसार बीजीबी के महानिदेशक ने घटना की पूरी जाँच कराने का आश्वासन दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों बलों के बीच बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और दशकों से उनके बीच कोई गोली नहीं चली है। अधिकारियों ने कहा कि यह घटना असामान्य है और स्थिति अधिक नहीं बिगड़े, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना से नयी दिल्ली स्थित उच्च सुरक्षा प्रतिष्ठान सतर्क हो गया है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी गृह और विदेश मंत्रालय को घटना का विवरण दे रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि घटना मुर्शिदाबाद जिले में सीमा सुरक्षा बल की काकमारीचर सीमा चौकी पर सुबह करीब नौ बजे हुई जब मछुआरों के एक मुद्दे को सुलझाने के लिए पद्मा नदी के बीच जमीन के एक छोटे भाग ‘चर’ पर बल के जवान बीजीबी जवानों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि समस्या तब उत्पन्न हुई जब बीजीबी जवानों ने तीन भारतीय मछुआरों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर मछली पकड़ने के लिए गिरफ्तार कर लिया था। इन मछुआरों को बल द्वारा मछली पकड़ने की अनुमति दी गयी थी।
इसके बाद बीजीबी ने दो मछुआरों को छोड़ दिया और उनसे कहा कि वे सीमा सुरक्षा बल को तीसरे मछुआरे के पकड़े जाने की सूचना दें। इसके बाद सीसुब की 117 वीं बटालियन के पोस्ट कमांडर उपनिरीक्षक छह जवानों की टीम के साथ मोटर बोट पर सवार होकर मसला सुलझाने निकले। जब सीसुब की टीम बीजीबी के ‘आक्रामक’ रुख को देखकर मोटरबोट से वापस आ रही थी तब सैयद नामक एक बीजीबी जवान ने पीछे से गोली चला दी।
अधिकारियों ने कहा कि बीजीबी सैनिक ने अपनी एके-47 राइफल से गोली चलाई जो सीसुब के हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह के सिर में लगी जिसके कारण तत्काल उनकी मृत्यु हो गयी। इस हमले में कांस्टेबल राजवीर यादव हाथ में गोली लगने के कारण घायल हो गए। इस घटना के आलोक में 4,096 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।