नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाथरस की घटना और उसे लेकर विपक्ष की राजनीति पर मंगलवार को गहरी चिंता व्यक्त की और माना कि इस घटना के बहाने देश को बांटने और समाज में फूट डालने की कोशिश की गयी।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नयी टीम की आज पहली बैठक में देश में विभिन्न राज्यों में बलात्कार की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गयी। भाजपा के महासचिव दुष्यंत गौतम ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में माना गया कि दलित मजदूर या अन्य किसी की भी बेटी हो, बलात्कार और हत्या होती है तो यह अत्यंत निंदनीय एवं जघन्य अपराध हैं। चाहे किसी की भी सरकार हो।
उन्होंने कहा कि हाथरस, बलरामपुर, मध्यप्रदेश, राजस्थान में चार घटनाएं होतीं हैं लेकिन दुख की बात है कि विपक्ष की ओर से चुनींदा घटनाओं पर घड़ियाली आंसू बहाये जा रहे हैं। यह वोट बैंक को ध्यान में रख कर किया जा रहा है। उनका मकसद है कि देश में दलित और अन्य समाजों के बीच फूट डाली जाये।
श्री गौतम ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बयान दिया गया। वह अत्यंत निंदनीय है। दलित नेता शक्ति मलिक टिकट मांग रहा था, तो उससे 50 लाख रुपए मांगे गये। दूसरे दिन उसका कत्ल हो गया। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि विपक्षी दलों का दलित प्रेम केवल वोट के लिए है। वे दलितों को वोट के रूप में ही देखते हैं।
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याओं के बारे में एक सवाल पर श्री गौतम ने कहा कि राज्य में 160 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है। वहां जो घटनाएं हो रहीं हैं वे दुखदायीं हैं और जनता उससे त्रस्त है। अगले चुनाव में बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी।
बिहार के चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दलों में मतभेद के असर के बारे में एक सवाल पर भाजपा महासचिव ने कहा कि देश के 85 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पसंद करते हैं। बिहार में भी सब लोग मोदी जी को चुनेंगे।