नई दिल्ली, योग गुरू बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद एफएमसीजी की प्रमुख कंपनी के तौर पर उभर रही है. पतंजलि आयुर्वेद ने पहली बार पूंजी जुटाने के लिए जनता से 250 करोड़ रूपये मांगे. जिसे पूरा करने मे जनता ने मात्र तीन मिनट लगाये.
पतंजलि आयुर्वेद ने बॉन्ड मार्केट के निवेशकों से 250 करोड़ रुपये मांगे थे. कंपनी को निवेशकों से 3 मिनट के भीतर 250 करोड़ रुपये मिल गए. पतंजलि आयुर्वेद ने पहली बार पूंजी जुटाने के लिए बॉन्ड बाजार का सहारा लिया है.
पतंजलि के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने बताया, ‘कोरोना महामारी के बीच आयुर्वेद आधारित उत्पादों की बिक्री में तीन गुना बढ़त हुई है. लेकिन कोरोना की वजह से मैन्युफैक्चरिंग से लेकर वितरण तक के सप्लाई चेन में अवरोध आए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम यह फंड इसलिए जुटा रहे हैं ताकि अपनी सप्लाई चेन को मजबूत कर सकें और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिस्ट्रिब्यूशन तक की प्रक्रिया सहज हो सके.’
पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के अनुसार, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) की परिपक्वता अवधि तीन साल होगी और इस पर 10.10 फीसदी की दर से ब्याज देय होगा.