-कांशीराम जी के योगदान को किसी दल से जोड़कर देखना गलत
-संविधान समर्थकों और संविधान विरोधी ताकतों के बीच सीधी लड़ाई : कुंवर फ़तेह बहादुर
लखनऊ। सामाजिक संस्था बहुजन भारत ने बुधवार को बहुजन नायक कांशीराम जी का जन्मदिन मनाया। संस्था के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में संगठन के पदाधिकारियों ने कांशीराम जी के चित्र पर माल्यार्पण करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि कांशीराम जी ने देश के 85 फीसदी शोषित-वंचित दलित, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों को एकजुट करके यूपी में संविधान विरोधी ताकतों को उखाड़कर बहुजनों की सरकार बनायीं और वंचितों को न्याय दिलाने के साथ ही इनमें स्वाभिमान जगाया। उन्होंने कहा कि अब देश में संविधान समर्थकों और संविधान विरोधी ताकतों के बीच सीधी लड़ाई है, ऐसे में संविधान समर्थकों को एकजुट होकर संविधान विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि केंद्र और राज्यों की डबल इंजन की सरकारें खुलेआम संविधान विरोधी कार्य कर रहीं हैं, मनुवादी व्यवस्था की पोषक सरकार भारत वर्ष को हिन्दू राष्ट्र बनाने का अभियान चला रही है, ऐसी संविधान विरोधी सरकारों को सत्ता से बाहर करने के लिए संविधान समर्थक ताकतों को एकजुट होकर अभियान चलाना होगा, तभी भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाये रखने की परिकल्पना को बचाए रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कांशीराम जी ने बहुजन समाज पार्टी का गठन किया और अपने सामाजिक संगठन बामसेफ, डीएस-4 के जरिये 85 फीसदी बहुजन समाज जिनमें दलित, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समाज शामिल है, इन्हें एक बैनर तले एकजुट करके ना टूटने वाला समाज बनाया और इन जातियों के बीच रोटी का सम्बन्ध स्थापित करके इनमें सामाजिक भाईचारा मजबूत किया। उनका मानना था कि यदि वे यह काम करने में सफल हो जाते हैं तो तीन हजार जातियों में बंटे दलित समाज के साथ ही 3743 जातियों में बंटे पिछड़ा वर्ग की समस्याओं पर संघर्ष करके इन्हें भी दलितों के साथ जोड़ा जा सकता है।
संस्था के अध्यक्ष ने कहा कि बहुजन समाज को एकजुट करके इन्हें इनके अधिकार दिलाने के लिए जिनकी सबसे ज्यादा जिम्मेदारी है, दुर्भाग्यवश वे इस अभियान को आगे बढाने में कोई रूचि नहीं दिखा रहे हैं, जिससे बहुजन आन्दोलन कमजोर होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि बहुजन नायक कांशीराम जी ने यूपी जैसे विशाल आबादी वाले राज्य में अभिनव प्रयोग करके अपने नौ साल के सियासी सफ़र के दौरान ही राजनीतिक चमत्कार करके दिखा दिया। कांशीराम जी का सबसे बड़ा योगदान पूरे बहुजन समाज के बीच एकता स्थापित करना रहा है, उनके इस अद्वितीय योगदान को किसी एक पार्टी से जोड़कर देखना उनके साथ नाइंसाफी होगी। संस्था के महासचिव चिंतामणि ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक माहौल में कांशीराम जी के बताये फार्मूले के आधार पर ही संविधान विरोधी ताकतों को शिकस्त दी जा सकती है, इस मौके पर संस्था के उपाध्यक्ष नन्द किशोर, कोषाध्यक्ष रामकुमार गौतम, संयुक्त सचिव कृष्ण कन्हैया पाल, नवल किशोर, जवाहर लाल, बसंत लाल, आरआर जैसवार, सत्यभान, धनीराम आदि ने बहुजन नायक कांशीराम जी को पुष्पांजलि अर्पित की।