नागपुर, क्या बैंको में आम जनता के पैसे सुरक्षित नही हैं?आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे बैंको में सुरक्षित नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार की यह कहते हुए खिंचाई की कि उसके कार्यकाल में आम नागरिकों के पैसे कतई असुरक्षित हैं।
श्री तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे बैंको में सुरक्षित नहीं है और यह सरकार नहीं जानती कि देश कैसे चलाना है। उन्होंने कहा आज स्थिति नोटबंदी जैसी ही है और लोगों को बैंको से अपने ही पेसे निकालने में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 2008 की वैश्विक मंदीए 2011 के यूरोजोन संकट और 2014 में वैश्विक कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बावजूद तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में लगातार 10 सालों तक आर्थिक विकास की वृद्धि दर 7.8 रहीए लेकिन इसके मद्देनजर कोई आर्थिक संकट सामने नहीं आया जबकि पिछले पांच वर्षों में भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था की स्थिति सबसे खराब स्थिति में पहुंच गयी।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली सरकार किसी भी मापदंड पर सफल नहीं हुई है। खान और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में रोजगार सृजन के पर्याप्त अवसर नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो;सीबीआईद्ध और प्रवर्तन निदेशालय ;ईडीद्ध जैसे संगठनों की अनावश्यक हठधर्मिता देश के वित्तीय निवेश के माहौल को प्रभावित कर रही है।
वी डी सावरकर को भारत रत्न दिए जाने का कांग्रेस द्वारा विरोध किये जाने के संबंध में पूछे जाने पर श्री तिवारी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दियाए जिसमें दावा किया गया था कि महात्मा गांधी की हत्या की साजिश की जांच के लिए 1966 में गठित कपूर आयोग ने भी अपने निष्कर्ष में संकेत दिया था कि गांधी की हत्या सावरकर और उनके समूह की साजिश थी।