लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा जिला के सदियापुर गांव के रजनीश यादव (असिस्टेन्ट कमांडेन्ट, बी.एस.एफ.), के निधन पर शोक प्रकट करते हुए संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
अखिलेश यादव ने कहा कि रजनीश की शहादत पर हमें नाज है। देश की रक्षा में उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। रजनीश यादव रामगढ़ सीमा, सांबा पर पाकिस्तान की गोलाबारी में 12 जून 2018 की रात में शहीद हो गये थे। शहीद रजनीश यादव के मन में बचपन से भी राष्ट्रभक्ति के भाव भरे हुए थे। शुरू से ही वे सेना में सर्विस करके राष्ट्र सेवा करने की बात किया करते थे। यही वजह है कि उन्होंने दो नौकरी छोड़ी और बीएसएफ में सर्विस की।
सदियापुर के रजनीश यादव शुरू से ही मेधावी रहे। वर्ष 1986 में रजनीश का जन्म हुआ। शुरूआती पढ़ाई-लिखाई गांव में ही हुई। बाद में पढ़ने के लिए वे फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज चले गए, जहां से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद कानपुर से बीटेक करने के बाद इंजीनियर की नौकरी उन्हें मिल गई ।
लेकिन यह नौकरी उन्होने नहीं की। पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर उनका चयन हो गया। माता-पिता ने इस बात के लिए दबाव बनाया कि वे नौकरी कर लें, लेकिन रजनीश ने साफ इन्कार कर दिया कहा कि सब इंस्पेक्टर ही बनना है तो फिर क्यों न बीएसएफ में जाएं। इसी जज्बे के साथ उन्होंने बीएसएफ में जाना उचित समझा।