विनिर्माण क्षेत्र की गति सुस्त रहने की वजह से इस साल मार्च में औद्योगिक उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में 0.1 प्रतिशत घट गया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च, 2018 में औद्योगिक उत्पादन में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
विनिर्माण ,खनन और बिजली जैसे तमाम उद्योगों के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर औद्योगिक वृद्धि की गणना की जाती है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रही। वित्त वर्ष में 2017-18 में औद्योगिक उत्पादन सालाना 4.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा था।