औरैया, उत्तर प्रदेश में औरैया के बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी पाने वाले छह शिक्षकों पर खंड शिक्षा अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है।
बीएसए एसपी सिंह ने गुरूवार को बताया कि एसआइटी और जिला स्तरीय टीम की ओर से कराई गई जांच में मामले का खुलासा हुआ। यह शिक्षक बेला, बिधूना व अयाना स्थित स्कूलों में शैक्षणिक कार्य कर रहे थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के आदेश पर आधा दर्जन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ नियुक्ति से लेकर वेतन पाने के दौरान तक की आरसी तैयार की जा रही है, अब तक लिए गए वेतन के भुगतान का वसूली भी की जाएगी।
गौरतलब है कि वर्ष 2009, 2015 आदि की नियुक्ति के दौरान हाईस्कूल, इंटर, बीएड आदि के फर्जी शैक्षिक अभिलेख के आधार पर जनपद में छह शिक्षकों ने नौकरी हासिल की। इसके अलावा इन्होंने अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ कर अपने हित में विभाग को धोखा देकर साक्ष्यों को छुपाया। पिछले दिनों एसआइटी और जिला स्तरीय टीम की ओर से इन शिक्षकों की जांच कराई गई। जिसमें उन लोगों की ओर से फर्जी दस्तावेज लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया।
खंड शिक्षा अधिकारियों ने गुरूवार को बेला, बिधूना एवं अयाना थाने में सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुर्वा लच्छीराम विकासखंड बिधूना की अमृता राजपूत, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुडियाई विकासखंड बिधूना के अशोक कुमार, पूर्व माध्यमिक विद्यालय टिकनापुर विकासखंड सहार के नरेंद्र सिंह, पूर्व माध्यमिक विद्यालय सराय प्रथम विकासखंड बिधूना के बदन सिंह, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रतनपुर विकासखंड बिधूना की रीना देवी व अयाना के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कृष्ण मुरारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
इसके अलावा फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी पाने वाले अछल्दा और एरवाकटरा के तीन और शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर कराए जाने की तैयारी चल रही है। बीएसए एसपी सिंह ने बताया कि बीईओ के अवकाश पर होने के कारण गुरूवार को मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका है। उनके अवकाश से लौटते ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।