लखनऊ , देश की आर्थिक राजधानी मुबंई के दो दिवसीय दौरे में सत्तारूढ़ शिवसेना की धड़कन बढ़ाने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिरपरिचित मुस्कान के साथ कहा कि वह मायानगरी से कुछ लेने नहीं बल्कि देने आये हैं। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के तहत ही उत्तर प्रदेश में निवेश आकर्षित किया जा रहा है। किसी अन्य राज्य के निवेश अवसरों को छीना नहीं जा रहा है।
श्री योगी ने दौरे के समापन से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि निवेशकों और उद्यमियों के साथ सरकार प्रदेश में संवाद तो करती ही है, आज उद्यमियों से मुम्बई में संवाद किया जा रहा है। बेहतर कानून-व्यवस्था, निवेशकों को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं एवं सरकार की कार्यपद्धति में जो पारदर्शिता और शुचिता आयी है, उससे उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक हैं। इस सम्बन्ध में आज यहां उद्यमियों से अच्छी चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के तहत ही उत्तर प्रदेश में निवेश आकर्षित किया जा रहा है। किसी अन्य राज्य के निवेश अवसरों को छीना नहीं जा रहा है।
उन्होने कहा कि उनका मुम्बई का दौरा प्रदेश की जनता की सुविधाओं को बढ़ाने के दृष्टिगत है। यूपी सरकार ने आज बाॅम्बे स्टाॅक एक्सचेंज में लखनऊ नगर निगम का म्युनिसिपल बाॅण्ड लिस्ट किया गया है। यह एक ऐतिहासिक आयोजन है। यह उत्तर भारत के किसी नगर निगम द्वारा लिस्ट कराया गया पहला बाॅण्ड है। नगर निकायों की कार्यपद्धति में रिफाॅर्म की दृष्टि से यह एक क्रान्तिकारी कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल अवस्थापना विकास में मदद मिलेगी, बल्कि जनता को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की शासन की प्रतिबद्धता को हम आगे बढ़ा पाएंगे। आज का यह क्षण उत्तर प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं के विकास तथा जनता को सुविधाओं का लाभ दिलाने की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। लखनऊ के बाद गाजियाबाद और अन्य म्युनिसिपल काॅरपोरेशन को भी बाॅण्ड जारी करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होने कहा कि पिछले तीन वर्षाें में बदले हुए माहौल में उत्तर प्रदेश में निवेश की सम्भावनाएं बढ़ी हैं, जिसका परिणाम है कि अब तक राज्य में तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। राज्य सरकार के प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश ‘ईज आफ डुइंग बिजनेस’ रैंकिंग में देश में दूसरे स्थान पर है।
श्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्व स्तरीय फिल्म सिटी की स्थापना की जा रही है। इस सिलसिले में फिल्म निर्माताओं, निर्देशकों, कलाकारों से व्यक्तिगत तथा सामूहिक चर्चा हुई है। यह फिल्म सिटी नोएडा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर स्थापित की जायेगी। एशिया के सबसे बड़े नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण जेवर में होने जा रहा है। इस एयरपोर्ट से मात्र छह किमी की दूरी पर 1,000 एकड़ के क्षेत्रफल पर इस फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा। फिल्म सिटी से मथुरा-वृन्दावन, आगरा, लखनऊ, देश की राजधानी दिल्ली की बेहतरीन एयर और एक्सप्रेस-वे कनेक्टिविटी उपलब्ध रहेगी। फिल्म जगत के प्रतिनिधियों ने इस फिल्म सिटी के सम्बन्ध में जो रुचि दिखायी है, वह एक अच्छा संकेत है।
उन्होने कहा कि जनता को स्वस्थ और स्वच्छ मनोरंजन उपलब्ध कराने के लिए फिल्म सिटी का निर्माण प्रस्तावित है। जेवर एयरपोर्ट के पास ही इस फिल्म सिटी की स्थापना के साथ-साथ वहां पर एक फिन्टैक सिटी और इलेक्ट्राॅनिक सिटी की भी स्थापना की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म निर्माण की गतिविधि एक खुली प्रतिस्पर्धा है। फिल्म निर्माताओं को जहां पर बेहतर सुविधाएं और सामाजिक सुरक्षा, बेहतर कानून-व्यवस्था मिलेगी वे वहां काम करेंगे। उत्तर प्रदेश में नये माहौल के अनुसार फिल्म सिटी की स्थापना की कार्यवाही की जाएगी। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ लेते हुए इसकी स्थापना की जाएगी। इन विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर वल्र्ड क्लास फिल्म सिटी का एक ऐसा माॅडल तैयार किया जाएगा, इस पर हमने विचार-विमर्श किया है। भारत को पांच ट्रिलियन डाॅलर इकोनाॅमी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश भी अपना योगदान दे रहा है।
उन्होने कहा कि वर्ष 2018 में पहली उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की गयी थी। समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश में डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर की स्थापना की घोषणा की थी। इस काॅरिडोर के लिए छह नोड्स अलीगढ़, आगरा, कानपुर, लखनऊ, झांसी तथा चित्रकूट में स्थापित किये जा रहे हैं। इस काॅरिडोर में निवेश की व्यापक सम्भावनाएं हैं। टेक्नोलाॅजी और नाॅलेज के बेहतर पार्टनर के रूप में आईआईटी कानपुर, आईआईटी बीएचयू के अलावा अन्य विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थाएं मौजूद हैं।
श्री योगी ने कहा कि डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर में अडानी डिफेंस, एलएण्डटी डिफेंस, महिन्द्रा डिफेंस, हिन्दुजा डिफेंस, सिमेंस डिफेंस इत्यादि कम्पनियांे ने निवेश की इच्छा जतायी है। राज्य सरकार इनके प्रतिनिधियों से निवेश के सम्बन्ध में बात कर रही है।
उन्होने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में सर्वाधिक इकाइयां उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं। कोरोना काल खण्ड के दौरान एमएसएमई सेक्टर की 10 लाख से अधिक इकाइयों को बैंकों के साथ जोड़ा गया है। रोजगार की व्यापक सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश कोरोना काल खण्ड में सबसे ज्यादा रोजगार सृजन करने वाला राज्य है। इस काल खण्ड के दौरान 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराये गये हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों की सुविधा के लिए आकर्षक सेक्टोरल नीतियां लागू की गयी हैं।