लखनऊ , नागरिकता संशोधन अधिनियम की आड़ में उत्तर प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था के मामले में घेरने की रणनीति का जवाब देते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रहित में बनाये गये कानून का सहारा लेकर विपक्ष देश में हिंसा फैला रहा है और राज्य में समाजवादी पार्टी और अपराधी तत्व एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं।
श्री योगी ने राज्य विधानसभा में कहा श् राजनीतिक फायदे के लिये विपक्ष अल्पसंख्यकों के बीच कानून के बारे भ्रम फैलाकर हिंसा को बढ़ावा दे रहा है। जामिया मिलिया में हिंसा को हवा देने में कई राजनेता संलिप्त रहे हैं। परिवार की राजनीति करने वाले दल सीएए के नाम पर अल्पसंख्यकों को बरगला रहे हैं।
सपा और कांग्रेस पर बरसते हुये उन्होने कहा श् 1984 के सिख दंगों के लिये कौन जिम्मेदार था जबकि सपा के शासनकाल मे मुजफ्फरनगर दंगा किसने कराया था। भाजपा के शासनकाल में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। कानून व्यवस्था को लेकर विभिन्न दलों के स्थगन नोटिस का जवाब देते हुये श्री योगी ने कहा कि सपा ने हमेशा अपराधियो को संरक्षण दिया है लेकिन अराजकता फैलाने वालों को अच्छी तरह पता होना चाहिये कि सरकार उनकी हर कोशिश का उन्ही की भाषा मे जवाब देगी और हिंसा फैलाने अथवा कानून को हाथ में लेने की इजाजत हरगिज नही दी जायेगी।
उन्होने कहा
किसी दुर्दांत अपराधी के मारे जाने पर वे कैंडल मार्च निकालते है और यहां तक कि सरकार को इस मामले में घसीटने के लिये अदालत का सहारा लेने में भी परहेज नहीं करते लेकिन सदन में यही लोग खराब कानून व्यवस्था की दुहाई देकर शोरशराबा करते हैं। मुख्यमंत्री के वक्तव्य को लेकर सदन में सपा और कांग्रेस के सदस्य शोरशराबा करते हुये वेल तक पहुंच गये और नारेबाजी करने लगे। बाद में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित कर दी।