लखनऊ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में सभी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए और साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अवैध रूप से यहां न/न आने पाए।
मुख्यमंत्री आज यहां उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि लाॅकडाउन को पूरी सख्ती के साथ लागू किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का प्रत्येक दशा में पालन सुनिश्चित कराया जाए। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में स्वास्थ्य, सेनिटाइजेशन तथा डोर स्टेप डिलीवरी टीमों के अतिरिक्त कोई अन्य न जाने पाए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अवैध रूप से प्रदेश में न/न आने पाए।
श्री योगी ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की जिलेवार सूची सम्बन्धित जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर सर्वाधिक ट्रेनें पहुंचीं हैं। रेल यात्रा के पश्चात प्रवासियों कोे उनके गृह जिले पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बस का प्रयोग किया जाए। बाहर से आने वालों के लिए संचालित क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल पर स्वच्छता व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किए जाएं।
यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में अव्यवस्था न उत्पन्न हो। कम्युनिटी किचन के माध्यम से गुणवत्तायुक्त एवं भरपेट भोजन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जिलों में जिलाधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए आईएएस तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी नामित किए गए हैं। इन अधिकारियों से नियमित संवाद रखा जाए। उन्होंने विदेश से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कर क्वारंटीन सेन्टर में रखे जाने के निर्देश भी दिए।