लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काॅमन इलिजिबिलिटी टेस्ट संचालित करने के लिए केन्द्र सरकार के नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के गठन के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इसके दूरगामी परिणाम नजर आयेंगे।
श्री योगी ने बुधवार को कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से केन्द्र सरकार के गैर-राजपत्रित श्रेणी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विभिन्न पदों पर चयन के लिए अब अभ्यर्थियों को मात्र एक परीक्षा ही देनी पड़ेगी। इस निर्णय के दूरगामी परिणाम होंगे। अलग-अलग परीक्षाओं के स्थान पर एकल परीक्षा प्रणाली के लागू हो जाने पर विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गाें, दूर-दराज के इलाकों के अभ्यर्थियों के साथ-साथ महिला अभ्यर्थियों को भी बड़ी सुविधा और राहत मिलेगी।
केन्द्र का यह फैसला ईज़ आफ रिक्रूटमेंट, ईज़ आफ सिलेक्शन तथा ईज़ आफ जाॅब प्लेसमेंट प्रदान करते हुए युवाओं के लिए बेहतर ईज़ आफ लिविंग का आधार बनेगा। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी के हितों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री का अभिनन्दन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भी युवा हित में ऐसा ही निर्णय लेने जा रही है।