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लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा निशाना साधा है। साथ ही मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बेटी पर बड़ा हमला किया है।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि राज्यपाल के भाषण से सत्र के शुभारंभ की परिपाटी रही है। लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है लेकिन संविधानिक मर्यादा के तहत।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अपने संबोधन में अखिलेश यादव और उनकी बेटी का नाम लिये बिना बड़ा हमला किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधी भी अपने बच्चों को अपराधी बनने से रोकतें हैं, लेकिन कुछ एसे नेता हैं जो अपनी बेटी को देश के खिलाफ नारा लगाने वालों के पास भेजतें हैं।
ज्ञातव्य है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर भी महिलाओं के प्रदर्शन मे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव भी अपने दोस्तों के साथ धरने पर पहुंची थी। टीना को वहां देख सभी लोग हैरान हो गए और चारों तरफ उन्हीं की चर्चा होने लगी।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उपद्रव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
सदन में विपक्ष के हंगामे पर निशाना साधते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संविधान की दुहाई देने वाले ही उसे तार-तार करते हैं. सदन में तो कागज के गोले तक फेंके गए। उन्होंने सपा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राम भक्तों पर गोलियां चलाने वाले गलत हैं। रामभक्तों पर गोली चलाने वाले हमसे सवाल करते हैं। राम राज्य कोई धार्मिक कार्य नहीं है, इसकी परिभाषा स्पष्ट है।
अपनी सरकार की तारीफ करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिंदा भी कानून व्यवस्था में पर नहीं मार सकता, ये 9 नवंबर 2019 को साबित हुआ है। गोली चलाने वाले गलत थे। ये लोग आतंकवाद के मुकदमे वापस लेते हैं। रामभक्त पर गोली चलाने को ठीक मानते हैं।
उन्होंने सपा व बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष सार्थक बहस से भाग रहा है।