गांधीनगर/सूरत, प्रमुख औद्योगिक प्रदेश गुजरात में बड़ी संख्या में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच घर वापस जाने के प्रयासों के बीच कुछ स्थानों पर उनके प्रदर्शन तथा पुलिस के साथ झड़प की सूचनाएं हैं।
उत्तरी जिले अरावल्ली के शामलाजी में एक शेल्टर होम में रखे गये ऐसे श्रमिकों ने घर जाने की मांग करते हुए आज पुलिस पर पथराव कर दिया। इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। हालांकि बाद में मामले को शांत कर लिया गया।
पूर्व मध्यवर्ती जिले दाहोद की मध्यप्रदेश सीमा से लगे खंगेला चेकपोस्ट के पास भी ऐसे श्रमिकों की पुलिस से झड़प हो गयी। उन्हें सीमा पार करने से रोकने पर उन्होंने पुलिस पर पथराव भी किया। ऐसे एक श्रमिक ने आरोप लगाया कि वे काफी पैसे देकर किराये की बसें लेकर और प्रशासनिक मंजूरी से घर वापस जा रहे थे पर उन्हें जबरन रोक दिया गया।
इसी तरह बनासकांठा जिले के अमीरगढ़ चेकपोस्ट के पास भी अफरातफरी जैसी स्थिति बन गयी।
सूरत के पांडेसरा में चिलचिलाती धूप में बस पर सवार होने के लिए लंबी कतारों में खड़े श्रमिकों ने भी गुस्से का इजहार किया।
ज्ञातव्य है कि पिछले काफी समय से प्रवासी श्रमिक घर वापस जाने की मांग कर रहे हैं। आज तीन विशेष ट्रेन उनके लिए चलायी जा रही हैं। कई मजदूर तो साइकिलों से घर जाने के लिए निकल पड़े हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के बरेली की एक श्रमिक दंपत्ति दो साइकिल पर अपने आठ माह के बच्चे के साथ घर जाने के लिए निकल पड़ा है।