चेन्नई, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम.के.स्टालिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित नफरत भरी टिप्पणियों की निंदा की और ‘जहरीले’ भाषण को घृणित तथा अत्यधिक निंदनीय बताया।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी पर अपनी विफलता के खिलाफ जनता के गुस्से के डर से धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने आज रात सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि नफरत और भेदभाव ही प्रधानमंत्री मोदी की असली गारंटी हैं। उन्होंने चुनाव आयोग (ईसीआई) पर भी आरोप लगाया कि उसने प्रधानमंत्री के घृणास्पद भाषण को अनसुना कर दिया है और ‘बेशर्मी’ से तटस्थता की झलक छोड़ दी है।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा,“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जहरीला भाषण घटिया और बेहद निंदनीय है। अपनी विफलताओं के खिलाफ जनता के गुस्से से डरकर, प्रधानमंत्री मोदी ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया है और आसन्न हार से बचने के लिए नफरत भरे भाषण का सहारा लिया है।”
उन्होंने कहा,“नफरत और भेदभाव प्रधानमंत्री मोदी की असली गारंटी हैं। प्रधानमंत्री के ज़बरदस्त नफरत भरे भाषण को अनसुना करते हुए ईसीआई ने बेशर्मी से तटस्थता की झलक छोड़ी है।”
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन द्वारा वादा किया गया सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना एक समतावादी समाज बनाने के लिए लंबे समय से अपेक्षित उपाय है। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह दुखद है कि प्रधानमंत्री इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और सामाजिक रूप से वंचित समुदायों को शिक्षा, नौकरियों और सत्ता की सीटों में उनकी उचित हिस्सेदारी से वंचित कर रहे हैं।”
उन्होंने इंडिया गठबंधन के कई नेताओं को अपना पोस्ट टैग करते हुए कहा,“इंडिया गठबंधन के नेताओं को भाजपा की कुटिल एवं ध्यान भटकाने वाली रणनीति से सावधान रहना चाहिए। हमें श्री मोदी की दयनीय विफलताओं को उजागर करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करना चाहिए।” उन्होंने अपने पोस्ट में श्री मल्लिकार्जुन खड़गे, श्री लालू प्रसाद, श्री शरद पवार, श्री सीताराम येचुरी, श्री डी राजा, श्री अरविंद केजरीवाल, सुश्री ममता बनर्जी, श्री अखिलेश यादवा, श्री हेमंत सोरेन और उद्धव ठाकरे को टैग किया है।