लखनऊ, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह अचानक पुलिस लाइन निरीक्षण के लिए पहुंचे तो हड़कंप मच गया। उनके पहुंचते ही पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जिस समय सीएम वहां पहुंचे, उस समय नए रंगरूटों की ट्रेनिंग भी चल रही थी। मुख्यमंत्री पहुंचते ही डीजीपी ओपी सिंह, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी, आइजी रेंज लखनऊ सुजीत पांडेय, एसएसपी कलानिधि नैथानी सहित तमाम पुलिस अधिकारी पुलिस लाइंस पहुंचे।
योगी आदित्यनाथ ने पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के आवास व अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। बदहाली देखकर सीएम भी आश्चर्यचकित हो गए, उन्हें जल्द ही बदहाली दूर करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, सीएम के अचानक निरीक्षण के दौरान पुलिस लाइन में गंदगी का अंबार लगा हुआ था। सही तरीके से साफ-सफाई भी नहीं थी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने पूछा सही से सफाई होती है? नियमित सफाई करते हो? उन्होंने कहा कि यहां पानी भर जाता है, यहां पर जल निकासी की व्यवस्था क्यों नहीं की? जल जमा होता है तो यहां पर जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए। गर्मियों में भी ऐसे ही पुलिसकर्मी रहते हैं। इस दौरान पुलिसकर्मी अपनी समस्याएं बताने लगे। पुलिस कर्मियों ने कहा कि साहब गर्मी के लिए कूलर भी नहीं हैं। पुलिस लाइन के आवास में 200 लोगों के रहने की व्यवस्था है।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हमारे बैरक बन रहे थे और इनका काम चल रहा था। मुख्यमंत्री ने बैरक को बनाने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने कहा कि लखनऊ पुलिस की सबसे बड़ी समस्या ये है कि ये यूपी की राजधानी है। यहां अक्सर वीआइपी मूवमेंट के कारण बाहर से आने वाली फोर्स को ठहराने की व्यवस्था नहीं है। अब ये नए बैरक बन रहे हैं, इनमें 200 जवानों को ठहराने की व्यवस्था हो जाएगी। डीजीपी ने कहा कि आने वाले समय में हमारी ये कोशिश है कि आवासों को मल्टी स्ट्रोरी बनाया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने भी हां कर दी। डीजीपी ने कहा कि नए बैरक बनने से राहत मिलेगी।